Bagvai Kautik: Colorful programs concluded on the second day as well
बग्वालीपोखर, 16 नवंबर 2023- बग्वालीपोखर के ऐतिहासिक बग्वाई कौतिक(Bagvai Kautik) (बग्वाली मेला) में दूसरा दिन भई सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में पूर्व विधायक महेश नेगी, पूर्व विधायक पुष्पेष त्रिपाठी, गिरीश चौधरी, चारु तिवारी आदि उपस्थित रहे।
संस्कृति विभाग उत्तराखंड की ओर से प्रवाह सांस्कृतिक एवं जन कल्याण समिति एवं विहान ग्रुप अल्मोड़ा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए।
इस मौके पर पूर्व विधायक महेश नेगी ने कहा कि इस पौराणिक मेले में नई पीढ़ी के युवा कुछ नए प्रयोगों के साथ मेले को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिसके लिए क्षेत्र के युवा बधाई के पात्र हैं।
समाज सेवी गिरीश चौधरी ने कहा कि बग्वाई मेला समिति हर बार कुछ नया और बेहतर करती आई है।
बग्वाई मेला समिति द्वारा कार्यक्रम (Bagvai Kautik)के दूसरे दिन कुंदन सिंह मेहता, डॉ. डीडी जोशी, प्रताप सिंह शाही ‘टाइगर’, मोहन सिंह भंडारी, बिशन सिंह भंडारी, शांति देवी, लीलाधर जोशी को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विनोद आर्या और ममता आर्या के जुगल बंदी हिट समदणी बग्वाई कौतिक का लोकार्पण भी किया गया। रूचि आर्या, नन्द लाल आर्या, विनोद आर्या, जानकी प्रकाश आदि कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
इसके अलावा क्षेत्रीय कलाकारों व विभिन्न विद्यालयों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, दीक्षा मॉन्टेशरी स्कूल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नौलाकोट, राजकीय प्राथमिक विद्यालय दूंगी के बच्चों ने भी रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
मेले(Bagvai Kautik) में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेला परिसर में ही चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी। जिसमें डॉ प्रभाँसू गोस्वामी, वरिष्ठ फार्मासिस्ट गोविंद मेहता सहित स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम उपस्थित रही।
मेले में मेला समिति के अध्यक्ष सुबेदार मेजर हरी सिंह भंडारी, सचिव प्रमोद जोशी, कोषाध्यक्ष विनोद अधिकारी, उपाध्यक्ष बलवीर भंडारी, रमेश नेगी, सांस्कृतिक सचिव डॉ. दीपक मेहता, सन्तोष बिष्ट, त्रिभुवन बिष्ट, जीवन अधिकारी, विनोद अधिकारी, अर्जुन बिष्ट, शिवदत्त पांडे, कुंदन भंडारी, अजय नेगी, डीडी जोशी, मोहन भंडारी, जगत भंडारी, प्रकाश भंडारी, मनोज पांडे, मेला समिति के पूर्व अध्यक्ष हरी भंडारी आदि लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ संतोष सिंह बिष्ट व डॉ. दीपक मेहता ने संयुक्त रूप से किया।