मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का शुभारम्भ आज प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून से किया। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू होने के मौके पर पर बागेश्वर जनपद के जिलाधिकारी विनीत कुमार ने चयनित 12 लाभार्थियों को 3 हजार रूपये के चेक एवं योजना में चयनित होने का प्रमाणपत्र प्रदान किया।
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत जिन बच्चों ने कोरोना महामारी एवं अन्य किसी बीमारी के कारण अपने माता-पिता एवं संरक्षक को खोया है ऐसे बच्चों का चयन कर उनका भरण-पोषण एवं शिक्षा के लिये यह योजना शुरू की गई है। बताया कि ऐसे बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक प्रति माह तीन हजार रूपये की सहायता राशि उपलब्ध करायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जनपद में 70 बच्चों का चिन्हीकरण किया गया है, जिसमें तीन बच्चों को छोड़कर अन्य सभी बच्चों के आवेदन और दस्तावेज से संबधित सभी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। उन्होंने कहा कि आज शुभारंभ के अवसर पर 12 बच्चों को कार्यक्रम में बुलाया है तथा कुल 22 बच्चों को आज शुभारंभ के अवसर पर डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में धनराशि उपलब्ध करा दी जायेगी।
उन्होंनें कहा कि शेष बच्चों के खाते में यह धनराशि शीघ्र ही उपलब्ध करा दी जायेगी। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत 1 मार्च, 2020 से 31 मार्च, 2021 के मध्य जिन बच्चों ने कोविड-19 या अन्य बीमारी के चलते अपने अभिभावको मे से किसी एक को खोया है ऐसे बच्चों के संरक्षण एवं भरण-पोषण करने के साथ-साथ समस्त शिक्षा का खर्च भी सरकार उठायेगी।
21 वर्ष तक बच्चों की चल, अचल संपत्तियों की देख-रेख का जिम्मा जिलाधिकारियों के पास होगा। उत्तराखण्ड प्रदेश में 2347 बच्चें चिन्हित किये गये है, जिन्होंने अपने माता-पिता एवं संरक्षक को खोया है, इसमें 151 ऐसे बच्चे है जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों खोये है तथा 2196 बच्चे ऐसे है जिन्होंने अपने मता-पिता एवं संरक्षक में से किसी एक को खोया है।
वात्सल्य योजना के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के 1062 बच्चों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 3 हजार रूपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, जिला समाज कल्याण हेम तिवारी, जिला प्रोविजन अधिकारी संतोष जोशी, कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास निर्मल बसेडा सहित चयनित लाभार्थी एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहें।