इंसाफ के लिए अनोखी भूख हड़ताल, बिच्छु घास पर नंगे बदन भूख हड़ताल पर बैठा है यह शख्स न्याय मंदिर कोटगाड़ी देवी मंदिर प्रांगण में बैठा है अनशन पर

पिथौरागढ़ डेस्क -: अपने हक या किसी मांग को लेकर आपने बहुत से लोगों को भूख हड़ताल करते देखा होगा, कई को विभिन्न तरीको से…

पिथौरागढ़ डेस्क -: अपने हक या किसी मांग को लेकर आपने बहुत से लोगों को भूख हड़ताल करते देखा होगा, कई को विभिन्न तरीको से शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए नए नए तरीके ईजाद करते लोग भी आपने देखे होंगे लेकिन आज हम आपको जिस नए तरीके के आंदोलन के बारे में बता रहे हैं उसे जानकर आपके शरीर में झुरझुरी लग जाएगा, पहाडी क्षेत्र में रहने वालों को तो नानी तक याद आ जाएगी क्योंकि कभी ना कभी उसका पाला उस चीज से जरूर पड़ा होगा | तो अब पूरा वाकया भी सुन लीजिए पिथौरागढ़ में एक शख्स नंगे बदन कंडाली यानी बिच्छू घास या सिसोण के ऊपर नंगे बदन बैठकर अनशन पर बैठा है|
मनोज नाम का यह व्यक्ति न्याय की देवी पाखु में कोटगाडी देवी मंदिर में बिच्छू घास में आसन लगा कर आमरण अनशन में बैठा है| मनोज ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है|
मनोज कुमार ने बताया कि देहरादून में पढ़ाई के दौरान 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में पुलिस ने झूठा फसा कर उसे गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस ने उस दौरान उस का उत्पीडन भी किया जिस से उस के दोनों कानों के पर्दे भी खराब हो गए। और उस का पूरा जीवन खराब हो गया है,मनोज कुमार ने कहा कि वो तबतक आमरण अनशन से नही उठेगा जब तक उसे न्याय नही मिल जाता,
मनोज कुमार पिथौरागढ़ जिले के तहसील बंगापानी के सिलिंग गाव का रहने वाला है,उसने का कि पुलिस ने उसके साथ अमानवीयतापूर्ण व्यवहार किया है |लेकिन जो इसे इस हालत में देख रहा है ठिठुरने को मजबूर हो रहा है |यह अपने आप में विरोध का विरला उदाहरण है |