अल्मो़ड़ा, 28 सितंबर 2022- अंकिता हत्याकांड के विरोध में विभिन्न सामाजिक संगठनों, महिला संगठनों एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने ताकुला से बसौली तक जूलूस निकाल प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां ले अंकिता के हत्यारों को सजा देने, अंकिता प्रकरण की जांच सी.बी.आई. से कराने, मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने, पर्यटन के नाम पर पहाड़ में बन रहे अवैध रिसोर्टाें की जांच कराने, की मांग कर रहे थे। इस अवसर पर ताकुला एवं बसौली में की गई जन सभा में वक्ताओं ने कहा कि अंकिता प्रकरण ने समूचे उत्तराखण्ड एवं मानवता को शर्मसार किया है।
राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र में अवैध रूप से रिसोर्ट का बन जाना और प्रशासन को इसकी खबर न लगना कई सवाल खड़े करती है। प्रशासन की अनुमति के बिना रिसोर्ट को बुलडोज करना, सबूत मिटाने की साजिश का हिस्सा प्रतीत होती है।
उन्होंने कहा कि भू माफियों द्वारा पहाड़ में तमाम जगहों पर गांव की बेनाप व चरागाह भूमि पर कब्जा कर बड़े बड़े रिसोर्ट बनाये जा रहे हैं, ऐसे सभी रिसोर्टों की जांच की मांग प्रदर्शनकारियों द्वारा की गयी।
इस अवसर पर जगदीश हत्याकांड के दोषियों को सजा देने, जगदीश की पत्नी एवं बहिन को सरकारी नौकरी देने की मांग की गयी।
प्रदर्शन में दया जोशी, लछिमा देवी, ममता वर्मा, तारा नगरकोटी, मीना बिष्ट, अंजू मेहता, दीप्ति भोजक, मंजू पांडे, सामाजिक कार्यकर्ता ईश्वर जोशी, चंदन सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य हेमंत सुयाल, कृष्णा कुमार, ग्राम प्रधान हेमा आर्या, नीमा आर्या, भावना लोहनी, किशोर तिवारी, बिनीता आर्या, जानकी आर्या सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।