अंकिता भंडारी हत्याकांड -एसआईटी के हेड कांस्टेबल की अदालत में की गवाह के तौर पर हुई पेशी

उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में शुक्रवार को कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में सुनवाई हुई। अभियोजन पक्ष की ओर से…

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उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में शुक्रवार को कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में सुनवाई हुई। अभियोजन पक्ष की ओर से एसआईटी में तैनात रहे हेड कांस्टेबल गोपाल राम ने गवाह के तौर पर पेशी की और एसआईटी जांच के दौरान चीला पावर हाउस के सीसीटीवी के डीवीआर से पेन ड्राइव में प्राप्त की गई फुटेज की फर्द और अपने हस्ताक्षर की पहचान की।

गौरतलब हो, अंकिता के पिता के अधिवक्ता और बार एसोसिएशन कोटद्वार के अध्यक्ष अजय पंत ने बताया कि अब तक इस मामले में 43 गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं। हेड कांस्टेबल गोपाल राम ने अदालत को बताया कि वह अंकिता हत्याकांड की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) में निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद खोलिया के साथ तैनात थे।

25 सितंबर, 2022 को उन्होंने गवाह आयुष द्वारा दिए गए आईफोन से पेन ड्राइव में डेटा डाला था। इसके अलावा, उन्होंने चीला पावर हाउस और एम्स ऋषिकेश के गेट नंबर एक के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज डीवीआर से पेन ड्राइव में प्राप्त की थी। अदालत में उन्होंने इन सभी फर्द और अपने हस्ताक्षर की पहचान की। बचाव पक्ष के अधिवक्ता अनुज पुंडीर ने गवाह से लगभग 12 बिंदुओं पर जिरह की।

बता दें, अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 17 मई को निर्धारित की है। इस दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी, डीजीसी प्रदीप भट्ट और वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी राजीव डोभाल भी मौजूद रहे।

ऋषिकेश के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की सितंबर 2022 में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को गिरफ्तार किया गया था।