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अल्मोड़ा: जीओ में कई विभागों का नाम नहीं होने पर कर्मचारियों(employees) में आक्रोश, प्रांतीय कार्यकारणी को भेजा पत्र

UTTRA NEWS DESK
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अल्मोड़ा, 29 मई 2020
कोरोना डयूटी में लगे कर्मचारियों (employees) को कोरोना वॉरियर्स घोषित करने संबंधित शासनादेश में कई विभागों का नाम नहीं होने पर कर्मचारियों (employees) में जबर्दस्त आक्रोश है. मामले में उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने प्रांतीय कार्यकारणी को पत्र भेज आवश्यक कार्यवाही की मांग की है.

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दरअसल, कोरोना काल में फ्रंटलाईन में कार्य कर रहे चिकित्सकों, स्टाफ नर्स, पुलिसकर्मियों, पर्यावरण मित्रों समेत अन्य कई विभागों के अधिकारी/ कर्मचारी डयूटी दे रहे हैं. कर्मचारियों द्वारा उन्हें भी कोरोना वारियर्स घोषित करने की मांग की जा रही थी.

बीते गुरुवार को सचिव, शैलेश बगोली की ओर से समस्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, सचिव प्रभारी समेत मंडलायुक्त गढ़वाल व कुमाउं, समस्त जिलाधिकारी व समस्त विभागाध्यक्ष व कार्यालयध्यक्ष को आदेश जारी किया गया.

आदेश में कहा गया है कि सरकार द्वारा विचार के उपरांत राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कोविड—19 की डयूटी में योजित जिला प्रशासन, राजस्व स्टाफ, तहसील कार्मिकों, वन कार्मिकों, शिक्षकों, गृह, आपदा प्रबंधन तथा परिवहन विभाग के चालकों व परिचालकों तथा कोविड—19 की डयूटी में लगे अन्य सभी लोगों को ‘कोरोना वारियर्स’ घोषित किया गया है.

उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन, उत्तराखंड के प्रांतीय उपाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार पाठक ने मामले में संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार व प्रांतीय महामंत्री पंचम सिंह बिष्ट को पत्र भेजा है. पत्र में प्रांतीय उपाध्यक्ष पाठक ने कहा कि शासनादेश में सरकार द्वारा कुछ विभागों के नाम लिखे हैं तथा कुछ को छोड़ दिया गया है विषय में विभिन्न विभागों के कर्मचारी(employees) का उल्लेख है. लेकिन विस्तार में कुछ विभाग के कार्मिकों के विभाग का ही उल्लेख किया गया है, जबकि कई अन्य विभाग के कार्मिक कोविड—19 ड्यूटी दे रहे हैं सभी विभागों के कार्मिक के विभाग का नाम आना चाहिए और उन्हें कोरोना वारियर्स घोषित किया जाना चाहिए. अन्यथा जिन विभागों के नाम शासन नहीं लिखना चाहता है तो उन्हें कोविड—19 ड्यूटी से मुक्त किया जाए.

पाठक ने संगठन के अध्यक्ष व सचिव से मांग की है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाए. इस तरह के पत्र से सदस्यों में रोष व्याप्त है.

वही, उत्तराखंड फैडरेशन मिनिस्ट्रीयल के जिला महामंत्री पुष्कर सिंह भैसोड़ा ने कहा कि कर्मचारी (employees) अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना डयूटी दे रहे है. उन्होंने कहा कि संगठन इस पत्र का विरोध करता है.