अल्मोड़ा में धूमधाम से मना दशहरा का पर्व

रावण परिवार के 27 पुतलों के जुलूस निकाले गये अल्मोड़ा। असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक विजयादशमी का पर्व अल्मोड़ा में धूमधाम से मनाया…

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रावण परिवार के 27 पुतलों के जुलूस निकाले गये

अल्मोड़ा। असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक विजयादशमी का पर्व अल्मोड़ा में धूमधाम से मनाया गया| आज अल्मोड़ा में रावण परिवार के 27 पुतलों का जुलूस निकाला गया| अल्मोड़ा सहित दूरदराज और देशी विदेशी पर्यटक भी इस महोत्सव के गवाह बने।

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अल्मोड़ा में सबसे पहले 1905.में रावण का पुतला बनाने की परंपरा शुरु हुई। आज इन पुतलों की संख्या 27 पहुंच गई है| ये पुतले स्थानीय लोग बनाते हैं। एक माह से लोग इनकी तैयारियों में जुट जाते हैं काफी आकर्षक बनाये जाने वाले ये पुतले कलात्मक होते है। और दूर से ही सजीव प्रतीत होते हैं| इन्हें देखने के लिए लोग सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर जुट गए थे।
सभी पुतले स्थानीय शापिंग काम्पलैक्स में एकत्रित हुए। जहा से इन्हे ​मिलन चौक, लाला बाजार, चौक बाजार, कारखाना बाजार, कचहरी बाजार, खजांची मोहल्ला, थाना बाजार, पल्टन बाजार होते हुए हेमवती नंदन बहुगुणा स्पोर्टस स्टेडियम पहुचाया जा रहा है।
पुतलों के देर सांय स्टेडियम पहुचने की उम्मीद है। जहा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद पुतलों का दहन किया जायेगा।
इस बार बनाये गये 27 पुतले
अल्मोड़ा। दशहरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने बताया कि दशहरा समिति ने इस बार 27 पुतलों की अनुमति दी थी। इस बार रावण परिवार के रावण, अहिरावण, मेघनाद, कुंभकर्ण, अक्षय कुमार, कालकेतु, त्रिशरा, कुण्ड, निकुम्भ, विरत, घुमराक्ष, दुर्मुख, प्रहस्त, कराल, निशुभ्भ,लवणासुर, मकरासुर, कालकासुर, सुभांसुर, अतिकाय, नवरान्तक,मायान्तक, मारीच, सुबाहु, ताड़िका और खर के पुतले बनाये गये थे।