राजस्थान की कोर्ट में चले एक अजोबोगरीब केस में गाय की गवाही के बाद जज ने फैसला सुनाया। इस केस की पूरे राजस्थान में चर्चा हो रही है। दरअसल राजस्थान की एक अदालत में एक गाय के मालिकाना हक को लेकर कई वर्षो तक केस चला। इसके बाद जज ने गाय को पेश करने के बाद ही फैसला सुनाने की बात कही। आखिर आप सोच सकते है कि गाय ने कैसे गवाही दी होगी लेकिन यही सच है।
यह मामला राजस्थान के जोधपुर की कोर्ट का है। यहा एक गाय के मालिकाना हक को लेकर मामला इतना बड़ा कि थाने के बाद कोर्ट में मामला भेजा गया। दोनो पक्षो में से एक शिक्षक और एक कांस्टेबल है। गाय की एक वर्ष पूर्व भी पेशी हो चुकी है। हालांकि तब फैसला नही सुनाया जा सका था।
इस मामले में दोनो पक्ष राजस्थान के मंडोर इलाके के रहने वाले है। दोनों में एक गाय के मालिकाना विवाद को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना बड़ गया कि दोनो पक्ष थाने पहुंच गये। थाने में दोनो के बीच इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की गई। लेकिन मामला थाने में नही सुलझ सका। इसके बाद यह मामला कोर्ट में पहुंच गया।
मामले के दोनों पक्षकारों में से ओम प्रकाश कॉस्टेबल है। और श्याम सिंह अध्यापक है। अदालत में चली कार्यवाही का यह मामला काफी चर्चाओं में रहा। इसके बाद कोर्ट ने गाय को पेश करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद गाय को दोनो पक्षों के पास ले जाया गया। गाय के ओम प्रकाश की ओर झुकाव दिखने के बाद कोर्ट ने गाय को ओमप्रकाश को सौंपने का आदेश दिया। अब शनिवार के आदेश के बाद गाय तो उसके मालिक को मिल जायेगी। लेकिन थाने और अदालती कार्यवाही में कई वर्ष व्यतीत होने के बाद गाय भी उम्रदराज हो गई है। इस केस को लेकर राजस्थान में जगह जगह पर चर्चायें हो रही है।