थॉमस कप में भारतीय टीम से खेलेंगे अल्मोड़ा के शटलर लक्ष्य सेन,पिता डीके सेन भी कोच के रूप में जाएंगे साथ

अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन थॉमस कप में भारतीय टीम से खेलेंगे। यह प्रतियोगिता 27 अप्रैल से 5 मई तक रिपब्लिक ऑफ चाइना के चेंगदू में…

Almora's shuttler Lakshya Sen will play with the Indian team in Thomas Cup, father DK Sen will also accompany him as coach

अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन थॉमस कप में भारतीय टीम से खेलेंगे। यह प्रतियोगिता 27 अप्रैल से 5 मई तक रिपब्लिक ऑफ चाइना के चेंगदू में अयोजित होगी।लक्ष्य के साथ उनके पिता ​डीके सेन भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच बनकर जा रहे है। पिता-पुत्र की यह जोड़ी कोच और खिलाड़ी दूसरी बार भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रही है।


यह जानकारी उत्तरांचल बैडमिंटन एशोसिएशन के सचिव बीएस मनकोटी ने दी। उन्होंने कहा कि थॉमस कप क्रिकेट के विश्वकप की तरह बैडमिंटन की एक विश्व प्रसिद्ध टीम चैंपियनशिप है।
पिछले साल लक्ष्य सेन के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने थाईलैंड में पहली बार यह टूर्नामेंट जीता था। इस टूर्नामेंट में भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से पराजित कर ताज अपने नाम किया था। तब लक्ष्य ने इंडोनेशिया के एंथोनी गिंटिंग को सुरुवाती मैच में 8-21,21-17,21-16 से पराजित कर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई थी।

लक्ष्य सेन को अपने इस शानदार प्रदर्शन पर मुंबई के ताज पैलेस में 1983 के क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने स्पोर्ट्स एस अवार्ड से सम्मानित किया था। लक्ष्य ने हाल ही में फ्रैंच ओपन में तथा आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते है जिसके चलते उन्होंने इस वर्ष जुलाई में आयोजित होने वाले पेरिस ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है और इस प्रकार वे उत्तराखंड से ओलम्पिक में प्रतिभाग करने वाले पहले बैडमिंटन खिलाड़ी होंगे।


अल्मोड़ा के तिलकपुर वार्ड में जन्मे लक्ष्य को बैडमिंटन खेल विरासत के रूप में मिला है, उनके दादा स्वर्गीय श्री सी एल सेन को अल्मोड़ा में बैडमिंटन के जनक के तौर पर जाना जाता है। लक्ष्य के पिता डीके सेन भी एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं और उन्होंने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में कोच के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं। डीके सेन से प्रशिक्षण ले चुके कई खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाया है और उन्होंने अनेक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार किये हैं। लक्ष्य के बड़ा भाई चिराग सेन भी एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और उन्होंने हाल ही में भारतीय टीम में जगह बनाकर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था और विगत वर्ष के नेशनल चैंपियन भी रहे हैं।
लक्ष्य सेन ने कहा कि लगातार दूसरे साल इस प्रतिष्ठित टीम चैम्पियनशिप में प्रतिभाग करने का अवसर मिलने से वह बहुत रोमांचित हैं और उनकी कोशिश रहेगी कि वे गत वर्ष के अपने थामस कप में किये गये प्रदर्शन से बेहतर करें,और इससे उनके ओलम्पिक की तैयारी को भी और मजबूती मिलेगी।


उत्तराखंड बैडमिंटन संघ के चीफ पैटर्न पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने लक्ष्य सेन के एक खिलाड़ी के तौर पर उनके पिता डी के सेन का चयन एक कोच के रूप में होने पर खुशी का इजहार किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लक्ष्य इस बार भी अपने प्रदर्शन से देश को यह चैंपियनशिप जिताकर लाएंगे।
उत्तरांचल बैडमिंटन संघ के सचिव बीएस मनकोटी जी लक्ष्य का चयन भारतीय टीम में होने पर खुशी जताते हुए कहा कि अल्मोड़ा जैसे छोटे और खेलों हेतु संसाधन विहीन जगह से निकल कर आज लक्ष्य सेन ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से विश्व पटल पर अल्मोड़ा का नाम सुर्खियों में रखा है और वह आश्वस्त हैं कि लक्ष्य सेन थामस कप के साथ ही पेरिस ओलम्पिक में पदक जीतकर देश और अल्मोड़ा को नवाजेंगे।
लक्ष्य के भारतीय टीम में चयन और उनके पिता डीके सेन का कोच के रूप में चयन होने पर जिलाधिकारी विनीत तोमर,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा,विधायक मनोज तिवारी ,पूर्व विधायक कैलाश शर्मा,निर्वतमान पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी,शेखर लखचौरा,हेम तिवारी,संजीव अग्रवाल,राम अवतार,प्रभारी जिला क्रीड़ा अधिकारी अरुण बंग्याल,अल्मोड़ा बैडमिंटन संघ के उपाध्यक्ष राकेश जायसवाल,गोकुल सिंह मेहता,सचिव डॉ संतोष बिष्ट,नंदन रावत,अमरनाथ सिंह,सुरेश कर्नाटक,जगमोहन फर्त्याल,संजय नज्जौन, विजय प्रताप सिंह,डीके जोशी,डॉ नंदन बिष्ट,कमल गुप्ता,दीपक वर्मा,राजेन्द्र तिवारी, जगदीश वर्मा,पूर्व बैडमिंटन कोच अतुल जोशी,सीएस कांडपाल, डाक्टर पीके मेहता,और बैडमिंटन परिवार अल्मोड़ा के सभी सदस्यों और खिलाड़ियों ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।