हंस फाउंडेशन (Hans foundation) के उत्तराखंड प्रभारी ने दी इसकी जानकारी
अल्मोड़ा। हंस फाउंडेशन (Hans foundation) एंड कल्चर सेंटर के उत्तराखंड प्रभारी परमेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि फाउंडेशन स्वास्थ्य और शिक्षा क्षे़त्र में सहयोगी की भूमिका अदा करने के बाद अब उत्तराखंड के अल्मोड़ा के प्रचीन उद्योग ताम्र उद्योग को संवारने का कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि ताम्र नगरी से जुड़े शिल्पकारों के बनाए हुए ताम्र पात्रों में फाउंडेशन देश विदेश में गंगा जल का नि:शुल्क वितरण करेगा इसके लिए जितने ताम्र पात्रों की जरूरत पड़ेगी उन्हें यहां के शिल्पियों से खरीदा जाएगा। जिससे उनका व्यवसाय बढ़ सके।
यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए हंस फाउंडेशन (Hans foundation) एंड कल्चर सेंटर के उत्तराखंड प्रभारी परमेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि अपने उद्देश्यों के तहत फाउंडेशन स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। देघाट में एक स्कूल को गोद लेने के पश्चात अल्मोड़ा के डोटियालगांव, ताकुला में स्थित श्रीराम विद्या मंदिर को गोद लेने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इसकी सारी औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी भी पलायन का एक मुख्य कारण है। इसपर फाउंडेशन काफी ध्यान दे रहा है। इसके अलावा पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देने का कार्य भी किया जा रहा है। अल्मोड़ा के ताम्र व्यवसाय को बढ़ावा देते हुए यहां के ताबे के वर्तनों में देश विदेश में गंगा जल उपलब्ध कराना भी इसी उद्देश्य का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि ताबें के सारे पात्र अल्मोड़ा के होंगे। जिनमें देवप्रयाग से गंगा जल भर कर उसे देश विदेशों में पहुंचाया जाएगा। तांबे के वर्तनों की खरीद अल्मोड़ा से की जाएगी। इस उदृदेश्य में कही भी व्यवसायिक हित नहीं है। लेकिन जितने भी ताम्र पात्रों की जरूरत पड़ेगी उसे अल्मोड़ा के ताम्र व्यवसायियों से ही खरीदा जाएगा। इस मौके पर उनके साथ पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी, दीपक मेहता, दिवान सिंह बिष्ट सहित अनेक लोग उपस्थित थे।