प्रचंड अंग्निकाल के इस दौर में वन विभाग के मुखिया प्रमुख वन संरक्षक(एचओएफएफ) जयराज कुंमाउ दौरे पर हैं। तीन दिन से अल्मोड़ा में विभागी कामकाज की समीक्षा कर रहे विभाग के चीफ आज मृग विहार पहुंचे। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा जू में ऐसी प्रजातियों को लाया जाएगा जिससे लोग आकर्षित हों साथ ही यहां बंदरों का बंध्याकरण बड़े पैमाने पर किया जाएगा। अल्मोड़ा पषुपालन विभाग के डाक्टरों को प्रषिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने बंध्याकरण स्थल पर सफाई और बुनियादी जरूरतों का ध्यान रखने पानी की व्यवस्था करने के भी निर्देष दिए। कहा कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई है। उन्होंने डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिहं वन संरक्षक कुमांउ कपिल जोषी, वन संरक्षक डा. आईपी सिंह, डीएफओ आरसी शर्मा और पशुचिकित्सक डा. योगेष शर्मा के साथ भविष्य की योजनाओं को लेकर विचार विमर्ष भी किया।
जनता करे सहयोग तो नहीं लगेगी आग
प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने कहा कि आग कभी अपने आप नहीं लगती इसमें कहीं ना कहीं लापरवाही षामिल होती है। उन्होंने कहा कि खेतों में आड़ा फूकनें, जलती बीड़ी माचिश फैंकने, या फिर घास के लालच में आग लगाना भी एक लापरवाही है। उन्होंने कहा कि इसमें षरारती तत्व भी एक बड़े कारण हैं। यदि जनता आग को रोकने में सहयोग की भूमिका में आ जाय तो जंगलों में आग लगने की घटनाएं होंगी ही नहीं।