अल्मोड़ा में अपने हक के लिए, भूख हड़ताल में बैठी यह लेडी ‘सिंघम’ सिस्टम अभी भी मौन, लोग उठा रहे सवाल

अल्मोड़ा:- अल्मोड़ा नगर की एकमात्र दवा कंपनी आल्पस फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, पाताल देवी के कर्मचारियों के आमरण अनशन पर भले ही प्रशासन व शासन स्तर पर…

अल्मोड़ा:- अल्मोड़ा नगर की एकमात्र दवा कंपनी आल्पस फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, पाताल देवी के कर्मचारियों के आमरण अनशन पर भले ही प्रशासन व शासन स्तर पर उपेक्षा की जा रही हो लेकिन अपने हक की लड़ाई लड़ रहे कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं, अनशन का यह दौर 26 दिन से चल रहा है | औपचारिक कार्यवाही के तहत प्रशासन ने आमरण अनशनकारियों को अस्पताल में भर्ती कराते ही महिला श्रमिक शीला साह ने मोर्चा संभालते हुए आमरण अनशन शुरू कर दिया है |
यह आन्दोलन लालता प्रसाद पार्क चौघानपाटा में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की मूर्ति के समक्ष चल रहा है।
अब आमरण अनशन में मातृशक्ति की प्रतीक आल्पस फैक्टरी की कर्मचारी शीला साह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में बैठ गयी हैं। विगत 26 जनवरी से लगातार पकर्मचारी क्रमवार पुरुष आमरण अनशन पर बैठ रहे थे। लेकिन , अब कडा़के ठंड व वर्षा में महिला कर्मचारी का भूख हड़ताल में बैठ गई हैं।
अल्मोड़ा जनाधिकार मंच के त्रिलोचन जोशी ने शासन प्रशासन के इस रवैये की कड़ी आलोचना की है |
उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा के बुद्विजीवी जनप्रतिनिधियों अब तो जाग जाना चाहिए,
आल्पस के प्रबंधक एंव निदेशक को कौन संरक्षण दे रहा हैं जो आज तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही है| उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड में एक महिला अनशन पर बैठी है लेकिन सिस्टम मौन है जो दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ ही महिला सम्मान की बात करने वालों का चेहरा भी बेनकाब करने के लिए काफी है |