भू-स्वामी की अनुमति के बिना सोलर प्लांट लगाना सोलर कंपनी को महंगा पड़ा। भूस्वामी और ग्रामीणों ने विगत दिवस जाकर नाप जोख करवाई तब जाकर कंपनी ने अपनी गलती मानी और अतिक्रमण को हटा लिया।
कनलबूंगा-पातलीबगड़ में किसी कंपनी ने सोलर प्लांट लगाया है। कई ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी उनसे पूछे बिना उनकी जमीन पर सोलर प्लांट लगा दिया। विगत दिवस ग्रामीण धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में साइट पर पहुंचे और अपना विरोध जताया।
हो-हल्ला और मौके पर पटवारी के आने के बाद कंपनी ने अपनी गलती मानी और अतिक्रमण को हटा दिया।
धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला ने कहा कि पहाड़ में रोजगार-स्वरोजगार की कोई नीति नही बनी है। कहा कि जहां पहाड़ का समाज जंगलो पर निर्भर है,वन-एक्ट आने के बाद वनों पर पहाड़ की निर्भरता खत्म हो गयी है। कहा कि अगर हमें पहाड़ के अस्तित्व को बचाना है,तो न केवल सशक्त भू कानून बल्कि जंगलों व नदियों पर भी पहाड़ के लोगो का हक होना चाहिए,तभी पहाड़ का अस्तित्व बचेगा।कहा कि बाहरी लोग आकर यहां अतिक्रमण कर रहे है और यह कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा।
अतिक्रमण का विरोध करने वालों में गणेश मेहरा,गोविंद मेहरा,पूरन बोरा,जसवंत मेहरा,पान सिंह बिष्ट,लक्की,विनोद पिलखवाल,शांति फर्त्याल,कमला देवी,पुष्पा मटियानी,जेतेन्द्र फर्त्याल,चंदन फर्त्याल,सूंदर फर्त्याल,महेंद्र सिंह आदि शामिल थे।