विश्व पर्यावरण दिवस पर सरस्वती बाल विद्या निकेतन खत्याड़ी में जागरूकता सभा और जागरूकता रैली निकाली गई।
द हंस फाउंडेशन की ब्लॉक कॉर्डिनेटर अनीता कनवाल ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे मे बताते हुए कहा कि हमारे जीवन में पर्यावरण का बहुत महत्व है। कहा कि प्रकृति का संरक्षण करना मतलब उसका पूजन करने के समान होता है। कहा कि जनजीवन की सुरक्षा के लिए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जरूरत है। आधुनिकता की ओर बढ़ रहे विश्व में विकास की राह में कई ऐसी चीजों का उपयोग शुरू कर दिया है, जो धरती और पर्यावरण के लिए घातक है।
स्कूल की प्रधानाचार्य किरन बिष्ट ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताते हुए उनसे चारों ओर के वातावरण को संरक्षित करने की अपील की। कहा कि पर्यावरण और प्राणी एक-दूसरे पर आश्रित हैं।
स्कूल की प्रबंधक प्रभा कनवाल ने वन और वनो की स्वच्छता के बारे मे बताते हुए कहा कि कि जितने जरूरी हमारे लिए वन है उतना ही जरुरी वनो को साफ स्वच्छ रखना है। दीपक गोस्वामी ने अपील करते हुए कहा कि प्लास्टिक की थैलियों के बजाय कपड़े के थैले और कागज के थैले जैसे विकल्पों का उपयोग करे। कहा कि अगर हम प्लास्टिक खरीद रहे हैं, तो हमें इसका फिर उपयोग करना चाहिए।
ग्राम खत्याड़ी के वन सरपंच राजेंद्र कनवाल ने कहा कि वन संरक्षण आने वाले भविष्य के बहुत जरुरी है अगर हमने अपने वनो को आज नहीं बचाया तो आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत ज्यादा खतरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वन पंचायत मे काफी कूड़ा कचरा फेका जा रहा है जिससे पर्यावरण को बहुत नुकसान हो रहा है।
इस मौके पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर द हंस फाउंडेशन ने स्कूली छात्र छात्राओं के साथ जागरूकता रैली निकालकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया,इसके साथ ही स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। सभी छात्र छात्राओं ने वनो मे कूड़ा ना फेंकने का सन्देश देते हुए वन पंचायत से लगभग 50 किलोग्राम प्लास्टिक एकत्र किया। इस मौके पर भानु नयाल,प्रियंका जलाल, प्रियंका कनवाल सहित स्कूल के छात्र—छात्रांए मौजूद रहे। बच्चों के बीच ड्राइंग कंपटीशन भी करवाया गया।