अल्मोड़ा:: महात्मा गांधी के प्रमुख पड़ावों में शुमार कौसानी में शराब की दुकान खोलने के निर्णय का मुखर विरोध हो रहा है।
पदमश्री पुरस्कार से नवाजी गई प्रख्यात व वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता व कस्तूरबा महिला उत्थान मंडल कुमांऊ , लक्ष्मी आश्रम की राधा बहन ने डीएम को पत्र लिख कर शांत क्षेत्र कौसानी में शराब की दुकान नहीं खोले जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कौसानी एक एतिहासिक धरोहर है।महात्मा गांधी जी, सुश्री सरला बहन और उनके शिष्य श्री चंडीप्रसाद भट्ट, महात्मा गांधी शांति पुरस्कार विजेता, स्व. मान सिंह, जमना लाल पुरस्कार, स्व. सुंदरलाल बहुगुणा चिपको आंदोलन, एवं उनकी धर्मपत्नी स्व. विमला बहुगुणा , सुश्री राधा बहन , जिनको इस वर्ष पद्मश्री पुरस्कार मिला हैं, सुश्री बसंत बहन, जिनको 2022 में पद्मश्री पुरस्कार मिला है के साथ अनेकों समाजसेवी जिनका जीवन पर्वतीय विकास की सही दिशा विशेषकर स्त्री सशक्तिकरण, मद्य निषेद, पर्यावरण के लिए सरकार ने उपरोक्त पुरस्कार दिए है।। महान कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली के स्थल पर कम से कम शराब की दुकान नहीं खुलनी चाहिए। आप से अनुरोध है कि इस स्थल की महानता को देखते हुए , शराब की दुकान को नहीं खोलना चाहिए।
कहा कि उन्हें आशा है कि इस पर प्रशासन जरूर संज्ञान लेंगा। लक्ष्मी आश्रम 75 वर्षों से बालिकाओं को शिक्षा का कार्य कर रहा हैं। अभी कुछ वर्षों से इसके आसपास अनामय आश्रम भी शुरू हुआ है, जिसमें वैदिक शिक्षा आरंभ हुई है।
पदमश्री पुरस्कार प्राप्त बसंती बहन व लक्ष्मी आश्रम के सदस्य रमेश मुमुक्षु ने भी कौसानी में शराब की दुकान नहीं खोलने की मांग की है, उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के वर्धा जिले में गांधी जिला होने के कारण शराबबंदी है। इसके अतिरिक्त गुजरात में भी गांधी जी के कारण ही शराब बंदी है। कौसानी में भी गांधी।से आए और यहां पर उन्होंने गीता पर टीका लिखी और एक तरह से कौसानी उनकी आध्यात्मिक यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव था।26 जनवरी 2019 में सरकार ने झांकी भी निकाली थी। ये बड़ी बात थी, कौसानी और उत्तराखंड के लिए। इसे देखते हुए कौसानी में शराब की दुकान नहीं खोली जाय। इस बीच वहां छात्राओं ने शराब के विरोध में रैली भी निकाली।