Almora:: मेडिकल कॉलेज (Almora Medical college)को पहली बार रिसर्च के लिए मिला शव, नैनीताल की महिला ने किया था देहदान

Almora Medical college got the body for the first time for researc अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (Almora Medical college)को…

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Almora Medical college got the body for the first time for researc

अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (Almora Medical college)को रिसर्च के लिए पहला शव मिल गया है। गत 31 जुलाई को महिला का शव कॉलेज पहुंचा। अब शव मिलने पर रिसर्च कार्यों में गति मिलने की उम्मीद भी जग गई है। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि नैनीताल जिले की रहने वाली महिला ने अपना शव दान किया है।

अल्मोड़ा, 02 अगस्त 2022- अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (Almora Medical college)को रिसर्च के लिए पहला शव मिल गया है।


गत 31 जुलाई को महिला का शव कॉलेज पहुंचा। अब शव मिलने पर रिसर्च कार्यों में गति मिलने की उम्मीद भी जग गई है। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि नैनीताल जिले की रहने वाली महिला ने अपना शव दान किया है।


बताते चलें कि जनवरी माह में मेडिकल कॉलेज को एनएमसी की मान्यता मिली थी। 100 सीटों पर मान्यता मिलने के बाद कॉलेज में 99 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।

दरअसल मेडिकल कालेज में डाक्टरी की शिक्षा प्राप्त कर रहे एमबीबीएस के छात्रों को शोध के लिए जरूरी संसाधनों की आवश्यकता रहती है।


प्राचार्य डॉ. भैसोड़ा ने बताया कि तल्लीताल जिला नैनीताल निवासी लता साह (75) पुत्री स्व. बसंत लाल साह हृदय रोग से ग्रस्त थी। जिनका हल्द्वानी में ही एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। उन्होंने अपने शव को मेडिकल कालेज दान करने का मन बनाया। 30 जुलाई को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

Almora Medical college
Principal Almora Medical college

बताया कि मानकों के अनुसार उनका शव एसटीएच हल्द्वानी को दिया जाना था। लेकिन अल्मोड़ा कालेज (Almora Medical college)ने एसटीएच प्रशासन से वार्ता की। इसके बाद जरूरी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज को शव मिल गया है।

Almora Medical college
Almora Medical college


उन्होंने बताया कि रिसर्च के लिए शव मिलने से शोधार्थियों को लाभ होगा। प्राचार्य ने लोगों से अपील है कि वो अपना देह दान करें। जिससे की एक अच्छे डाक्टर मेडिकल कॉलेज से निकल सके।