अल्मोड़ा (Almora)। अपनी मांगों को लेकर उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले कार्यकर्तियों ने रैली निकाली और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
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कार्यकर्तियों जूलूस की शक्ल में अल्मोड़ा (Almora) के चौघानपाटा गांधी पार्क पहुंची और वहां पर आयोजित सभा में वक्ताओ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की अनदेखी पर रोष जताया। कहा कि एक तो उन पर कामों का बोझ लाद दिया गया है और उसपर भी उन्हे सम्मानजनक वेतन नही दिया जाता है। सभा के बाद जिलाधिकारी Almora कार्यालय के मार्फत एक ज्ञापन भी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजा गया।
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ज्ञापन में कहा गया है कि आंगनबाड़ी में कार्यरत कर्मचारी सरकार के विभिन्न योजनाओं को सरकारी कर्मचारी की तरह क्रियान्वित करते है। सरकार की बहुत सारी महत्वाकांक्षी योजनाओं जैसे टीकाकरण, पल्स पोलियो व वोटर लिस्ट का सर्वे करना, जन्म—मृत्यु का पंजीकरण करना, मतदाता सूची में छूठे लोगों का या नये मतदाता के नाम को मतदाता सूची में शामिल करवाना आदि योजनाओं के प्रचार प्रसार में आंगनबाड़ी कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
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कर्मचारी अपनी डयूटी बखूबी निभाती आई है। इसमें बच्चें को प्राथमिक शिक्षा के साथ—साथ पोषाहार देना, गर्भवती और धात्री महिला एवं किशोरी बालिकाओं को प्रोषाहार एवं आयरन की दवा वितरित करने जैसे अनेक कार्यों को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां करती रही है। जबकि भी सरकारी/अर्धसरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को इतना कार्य का बोझ नहीं दिया जाता है। ज्ञापन में कहा है कि महिलाओं के उत्थान के लिये एक से एक योजना लायी जा रही हैं। लेकिन आंगनबाड़ी में महिलाओं को इन सब योजनाओं को दर किनार कर उपेक्षित किया जा रहा है।
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प्रधानमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में आंगनबाड़ी में कार्यरत सभी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने , सामाजिक सुरक्षा देकर उन्हें उचित श्रेणी में शामिल करने, आंगनबाड़ी में कार्यरत कर्मचारियों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन सेविका को रु. 18000 एवं सहायिका को रु. 9000 प्रतिमाह भुगतान करने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत देश के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्राप्ति विद्यालय की मान्यता देते हुये इनमें कार्यरत एवं मिनी कार्यकर्ती को पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्री—प्राइमरी टीचर और सहायिका को पूर्व प्राथमिकत सह शिक्षिका प्री—प्राइमरी असिस्टेंट टीचर का सम्मान जनक पद नाम देने,आंगनबाड़ी में कार्यरत सभी कर्मचारियों के लिये भी भविष्य निधि/पेंशन,गेच्युटी और चिकित्सा सुविधा यथा शीघ्र लागू करने , सरकारी कर्मचारी की तरह आंगनबाड़ी कर्मचारियों को भी ई.ए, सीएल, चिकित्सा अवकाश मेडिकल लीव और विभिन्न प्रकार के त्यौहारों पर मिलने वाली छुट्टिया दिये जाने की मांग की गई है।
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वही मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में इन मांगों के साथ ही मिनी आंगनबाड़ी में कार्यरत कार्यकर्तियों के बराबर या समतुल्य वेतन देने, सुपरवाइजर के पदोन्नति का 90 प्रतिशत का कोटा बहाल करने, आंगनबाड़ी की भर्ती में 40 प्रतिशत पद 10 वी पास अभ्यर्थियों से बिना साक्षात्कार के लिये आरक्षित किये जाने, 10 प्रतिशत भर्ती स्नातक योग्यता के साथ वरिष्ठता के आधार पर किये जाने, 5 प्रतिशत पदो को स्नातक के साथ—साथ एनटीटी, होम, साइंस, बीएड आदि योग्यताधारियों को वरिष्ठता के आधार पर बिना साक्षात्कार के रखे जाने, 35 प्रतिशत पदो को एलडीआर द्वारा 12 वी पास अभ्यर्थियों से भरे जाने, मानदेय हर माह समय पर देने, नई शिक्षा नीति में आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को भी शामिल करते हुए प्राइमरी शिक्षकों की भांति वेतन करने,प्रत्येक पांच वर्ष में इन्क्रीमेंट दिये जाने, पदोन्नति प्रक्रिया को तुरंत बहाल करने की मांग शामिल की मांग शामिल है।
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इस मौके पर संगठन की प्रदेश अध्यक्ष प्रभा फर्त्याल, भारतीय मजदूर संघ के मदन सिंह बिष्ट, उमेश जोशी,संजय अग्रवाल, आंगनबाड़ी संगठन की अल्मोड़ा (Almora) जिलाध्यक्ष भगवती बिष्ट, जिला मंत्री ममता बिष्ट, जिला कोषाध्यक्ष पुष्पा बिष्ट , विमला सत्यवली, रेवती, भगीरथी, मुन्नी, प्रतिभा, भूमिलता बोरा, नीमा, मीना, पदमा, शान्ति, चम्पा बिष्ट ब्लॉक अध्यक्ष, ममता, विद्या, विमला, चम्पा बिष्ट, सावित्री मेहरा, मीना, इन्दा बिष्ट, महादेवी सुप्याल, सीमा, गीता बिष्ट, प्रभा वर्मा, शशि, हीरा भण्डारी, लक्ष्मी मेहरा, नीमा पाटनी, शान्ति बिष्ट, निर्मला, मुन्नी मेहरा, हेमा डालाकोटी, मीना वाणी, प्रेमा जागेश्वरी, लीला, चम्पा बोरा, प्रेमा, सरिता देवी, हेमा देवी, दीपा देवडी, गंगा देवी, विमला उपाध्यायख् पिंकी, बीना, दीपा, प्रेमा काण्डपाल, गीता छिम्बाल, शोभा टम्टा, सावित्री देवी, दयावंती देवी, गीता टम्टा, जानकी फर्त्याल आदि मौजूद रहे।