इस समाचार को पढ़कर यकीनन आपकी आंखे भर आएंगी

जिसे चोर समझ कर पीट रहे थे लोग, वह मानसिक विक्षिप्त निकला पुलिस ने किया परिजनों के सुपुर्द अल्मोड़ा- सोशल मीडिया का एक नकारात्मक पहलु…

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जिसे चोर समझ कर पीट रहे थे लोग, वह मानसिक विक्षिप्त निकला
पुलिस ने किया परिजनों के सुपुर्द

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अल्मोड़ा- सोशल मीडिया का एक नकारात्मक पहलु अल्मोड़ा में देखने को मिला. यहां एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को लोग चोर समझ कर पीटते रहे. लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो पता चला युवक सात माह से घर से गायब था. गांव गांव में यह युवक पिटता रहा लेकिन लोगों को उस पर तरस नहीं आया.
सोशल मीडिया पर लोगो द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों के दुष्परिणाम स्वरूप मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति को धामस ग्रामवासियो द्वारा उसे चोर समझकर उसकी पिटाई कर दी, जिसकी सूचना ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह रावत द्वारा ग्रामीणों के साथ उक्त युवक को पकड़कर कोतवाली अल्मोड़ा लाकर दी गयी। राजस्व क्षेत्र की घटना होने के उपरान्त भी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अल्मोड़ा द्वारा अपने दायित्वों का निर्वाहन कर तत्काल आवश्यक कार्यवाही करते हुए युवक से जानकारी ली तो, उसने अपना नाम शंकर राम पुत्र फकीर राम, जिला बागेश्वर बताया। पूछताछ से उक्त व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रतीत हुआ। कोतवाली पुलिस ने मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति केे गांव कुचोली पोस्ट मलसुना कमेडी देवी जिला बागेश्वर के प्रधान से संपर्क कर उसके परिजनों को सूचना दी गयी। सूचना प्राप्त होने पर उक्त युवक के पिता फकीर राम पुत्र गुमानी राम ने कोतवाली अल्मोड़ा आकर बताया कि उनका पुत्र पुत्र शंकर राम लगभग 7 माह पूर्व घर से लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी कहीं पता न चलने पर वो उसके मिलने की आस छोड़ चुके थे। कोतवाली पुलिस ने शंकर राम को उसके पिता के सुपुर्द किया गया।
फकीर राम जिस समय अपने पुत्र को अपने साथ ले जारहा था उसकी आंखें भर आई.
उसे इसका मलाल था कि केवल अफवाहों को सच्चाई मान लोग उसके मानसिक रूप से परेशान पुत्र की पिटाई करते रहे किसी को उसकी हालत पर तरस नहीं आया.

पाठकों से उत्तरा न्यूज विशेष अपील करता है कि सोशल मीडिया पर आने वाली अफवाहों को सही मानने से पहले इसकी पुष्टि कर लें. परिवार को भी सजग करें. किसी भी सूरत में कानून अपने हाथ में ना लें.