Almora- मल्ला महल (malla Mahal) में किये जा रहे निर्माण कार्यो की उच्चस्तरीय जांच की मांग — शनिवार को धरना देगी संघर्ष समिति

अल्मोड़ा (Almora) 08 दिसंबर। उत्तरा न्यूज डेस्कसांस्कृतिक-ऐतिहासिक धरोहर बचाओ संघर्ष समिति की ओर से मल्ला महल (कलेक्ट्रेट) को लेकर छह माह से आंदोलन चल रहा…

Demand for high level investigation of construction work being done in Almora-Malla Mahal


अल्मोड़ा (Almora) 08 दिसंबर। उत्तरा न्यूज डेस्क
सांस्कृतिक-ऐतिहासिक धरोहर बचाओ संघर्ष समिति की ओर से मल्ला महल (कलेक्ट्रेट) को लेकर छह माह से आंदोलन चल रहा है।

यहां आयोजित एक प्रेस वार्ता में प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन द्वारा की गई गिरफ्तारी की तीखी आलोचना की। कहा कि जब तक मल्ला महल में चल रहे निर्माण कार्य की धनराशि सार्वजनिक एवं पारदर्शिता के साथ मामले की उच्चस्तरीय जांच नहीं हो जाती उनका आंदोलन जारी रहेगा। समिति ने कल 12 बजे फिर से धरना करने के कार्यक्रम का ऐलान करते हुए सरकार से डीएम के तबादले और समस्त कार्यों की जांच करने की मांग की है

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शुक्रवार को पालिका में आयोजित पत्रकार वार्ता में संघर्ष समिति के वरिष्ठ नेता एवं पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि हमने कहीं भी नियमों की अवहेलना नहीं की और समिति ने पूर्व में ही प्रशासन को लिखित में कलैक्ट्रेट में प्रस्तावित धरने की सूचना दी थी।

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और प्रशासन ने द्वेष भावना से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने के जिये जा रहे नागरिकों के साथ दमनकारी नीति अपनाई। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अल्मोड़ा (Almora) नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि कलेक्ट्रेट में गुरिल्लों द्वारा काफी लंबे समय से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन, शांतिपूर्ण ढ़ंग से प्रदर्शन करते हुए समिति के प्रदर्शन को ही तानाशाही पूर्ण तरीके से रोका गया।

कहा कि नियम सभी के लिए समान है। जोशी ने कहा कि करीब पांच सौ साल पुराना मल्ला महल ऐतिहासिक विरासत है। प्राचीन राम शिला मंदिर होने से सांस्कृतिक नगर के लोगों की धार्मिक आस्था भी जुड़ी है।

कहा कि सांस्कृतिक,ऐतिहासिक धरोहर में बिना भूगर्भ श़ास्त्रियों व जनता को विश्वास में लिये बगैर अवैज्ञानिक ढंग से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। कहा कि नगर की जनता इसे सी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं कर रही है। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उपपा के केन्द्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि कि जब किये गये कार्यो के संबध में आरटीआई के माध्यम से सूचना मांगी गई तो कुछ जानकारियां तो प्रशासन ने उपलब्ध कराई और कुछ में टालमटोल कर दी।

सवाल करते कहा कि आखिर जनता को उसके पैसों के खर्च का हिसाब जानने का अधिकार नहीं है क्या ? उन्होने कहा कि संघर्ष समिति अब तक हुए कार्य और उस पर हुए खर्च की उच्चस्तरीय जांच, विशेषज्ञों की राय और पुरातत्व विभाग की देखरेख में कार्य कराए जाने की मांग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए प्रशासन समिति की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इसी मुद्दे पर 9 जनवरी यानी कल दोपहर 12 बजे से गांधी पार्क चौघानपाटा में धरना होगा। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र सिंह रावत, पीसी तिवारी, पालिका के सभासद मनोज जोशी, सौरभ वर्मा, अमित साह,दीप्ति सोनकर समेत दर्जनों सभासद एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

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अल्मोड़ा। उपपा के वरिष्ठ नेता पीसी तिवारी ने जिलाधिकारी द्वारा उनके पुत्र को लेकर मीडिया में जारी बयान पर तीखा पलटवार किया है। कहा कि जिलाधिकारी इस लड़ाई को व्यक्तिगत रूप देने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी कहते है कि उनके पुत्र की देखरेख में कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि डीएम बताए कि उनका पुत्र क्या कोई पुरातत्ववेत्ता या इतिहास का विशेषज्ञ है ? कहा कि उनके रिश्ते को लेकर जिलाधिकारी ने जो बयान दिया है वह आहत करने वाला एवं गैर जिम्मदाराना है। कहा कि डीएम को इस मामले में उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।

कहा कि यदि कलेक्ट्रेट परिसर में धारा 144 प्रभावी थी, तो सुसंगत धारा के अनुसार कार्रवाई क्यों नहीं की। यदि कलेक्ट्रेट परिसर को साइलेंट जोन घोषित किया है, तो क्या कोई ध्वनि मापक यंत्र स्थापित किया है। हर विशेष अवसरों पर कलेक्ट्रेट परिसर में कार्यक्रम होते रहे हैं। भर्ती तक आयोजित की जा चुकी है।

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यदि लाउडस्पीकर लगाकर डीएम और एसडीएम संबोधित कर सकते है तो उनके खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज नहीं होती ? तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा के कुछ चुनिंदा लोगों के शह में निर्माण कार्य के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होने जिलाधिकारी का तबादला करने की मांग उठाई और कहा कि उनके कार्यकाल के कार्यों की पूरी जांच की जाए। चेतावनी देते हुए कहा कि यह लड़ाईं सड़क से लेकर अदालत तक पुरजोर तरीके से लड़ी जाएगी।

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