अल्मोड़ा के पूर्व ​प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार के शिकायती पत्र से हड़कंप

प्रमुख वन सरंक्षक ने दिये जांच के आदेश ​अल्मोड़ा। अल्मोड़ा वन प्रभाग के पूर्व प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार के विभाग के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों…

प्रमुख वन सरंक्षक ने दिये जांच के आदेश

​अल्मोड़ा। अल्मोड़ा वन प्रभाग के पूर्व प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार के विभाग के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ दिये गये शिकायती पत्र से हड़कंप मचा हुआ है। वर्तमान में उप वन संरक्षक के पद पर कार्यरत पंकज कुमार के पत्र के बाद प्रमुख वन सरंक्षक जयराज ने इस मामले में मुख्य वन सरंक्षक आर के मिश्रा को जांच के आदेश दे दिये है। उन्हे यह जांच एक माह में पूरी करनी है। इस पत्र का पता चलने के बाद विभाग मे हड़कंप है। माह में प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार तनातनी के आसार वन सरंक्षक का पत्र वायरल होने से सनसनी फैल गई हैै।

कुल 8 अलग अलग ​शिकायती पत्र में पंकज कुमार ने वन संरक्षक कार्यालय में कार्यरत प्रशासनिक अधिकारी, फारेस्ट मिनिस्ट्रीयल एशोसियेशन के पदाधिकारियों सहित वन संरक्षक के ऊपर गंभीर आरोप लगाये है। शिकायती पत्र में वन सरंक्षक उत्तरी कुमाऊ वृत के अधिकारियों और कर्मचारियों पर षडयंत्र और कोसी पुर्नजनन कार्य में गंभीर अनियमितता के आरोप लगाये गये है। शिकायती पत्र में वन सरंक्षक पर उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों का वेतन ना देकर उनकी छवि को धूमिल करने का आरोप भी उन्होने लगाया है।

इन 8 शिकायती पत्रो में वन संरक्षक उत्तरी वृत के अधिकारियों और कर्मचारियों पर अल्मोड़ा वन प्रभाग के कर्मचारियों को डराने का आरोप लगाते हुए गंभीर वित्तीय अनियमितता की शिकायत करते हुए जांच की मांग की गई है।
क्या है मामला

बताते चले कि दिसंबर प्रथम सप्ताह में अल्मोड़ा वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार के खिलाफ कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया था। जिसके बाद पंकज कुमार का स्थानातंरण कर दिया गया था। विवाद के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी ने कई वित्तीय अनियमिताओं का मामला प्रेस के माध्यम से भी उठाया था।
अब इस पत्र पर जांच के आदेश तो दे दिये गये है। देखना यह है कि एक ही विभाग में अधिकारियों के बीच मचे घमासान पर विभाग के आला अधिकारी क्या रूख अपनाते है।