अल्मोड़ा, 04 मई 2020
लॉक डाउन (Lock Down) के बीच शराब की दुकानें खोलना शासन—प्रशासन को कही भारी न पड़ जाए. लॉक डाउन के तीसरे चरण में मिली मोहलत के बाद जिस तरह के हालात आज दुकानों व बाजार में देखने को मिलें, वह तस्वीरें काफी भयावह है.
करीब डेढ़ माह बाद आज शराब की दुकानें खुली तो लोग सुबह से शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारों में खड़े दिखें. इस दौरान सरकार की गाइडलाइन का भी पालन होते नहीं दिखा.
गौरतलब है कि सोमवार यानि 4 मई से लॉक डाउन (Lock Down) का तीसरा चरण शुरू हो गया है. सरकार ने देश को विभिन्न जोन में बांटा है. पहले के मुकाबले लॉक डाउन (Lock Down) के इस चरण में लोगों को काफी रियायतें दी गई है.
सोमवार को अल्मोड़ा बाजार में काफी चहल—पहल दिखाई दी. शासन—प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार दुकानें सुबह 7 बजे खुल गई थी. इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की दुकानों में कम लेकिन शराब की दुकानों में अधिक भीड़ नजर आई. इधर पुरानी सब्जी मंडी स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान में शराब की खरीदारी के लिए सुबह से लंबी कतार लगी रही. पहले दिन शराब की जमकर बिक्री हुई.
मदिराप्रेमियों के आगे पुलिस दिखी बेबस
22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद 14 अप्रैल देशव्यापी लॉक डाउन (Lock Down) घोषित हो गया था. जिसके बाद केंद्र सरकार ने इसे बढ़ाकर 3 मई कर दिया था. लॉक डाउन (Lock Down) के बीच सभी प्रकार की मदिरा की दुकानें प्रतिबंधित की गई थी.
लेकिन करीब डेढ़ माह बाद शराब की दुकानें खुलने से पहले दिन ही लोगों को हुजुम उमड़ पड़ा. इस दौरान फिजिकल डिंस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ गई. हालांकि, पुलिस कई बार लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने की हिदायत देते नजर आई लेकिन भीड़ इस कदर थी कि पुलिस भी बेबस नजर आई.
बाजार में नियमों के विपरीत खुली दुकानें
लॉक डाउन (Lock Down) के तीसरे चरण के पहले दिन बाजार में शासन—प्रशासन के नियमों की जमकर अवहेलना हुई. जिला प्रशासन व व्यापार मंडल की ओर से तय किए गए नियमों की दुकानदारों द्वारा खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई.
सोमवार को बाजार में कई रेडीमेड कपड़े की दुकानें भी खुली नजर आई. जो कि प्रशासन द्वारा तय किए गए नियमों के खिलाफ था. बता दे कि प्रशासन की गाइडलाइन के मुताबिक रेडीमेड कपड़े की दुकानें मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को खोलनी थी. लेकिन दुकानदारों ने नियमों को धत्ता बताकर जमकर अवहेलना की. हैरत करने वाली बात यह है कि नियमों के उल्लंघन करने वाले दुकानदारों के खिलाफ प्रशासन व व्यापार मंडल द्वारा कोई एक्सन नहीं लिया गया.