अल्मोड़ाःः 11 दिन बाद भी नहीं हो पाया वीपीकेएएस के दैनिक श्रमिकों की आंदोलन का समाधान, बढ़ रहा है असंतोष

अल्मोड़ाःः दैनिक कार्मिकों को आकस्मिक ब्रेक के नाम पर जबरन छुट्टी दिये जाने, और समन्वयक के अनुचित व्यवहार से आहत वीपीकेएएस के दैनिक कार्मिकों का…

अल्मोड़ाःः दैनिक कार्मिकों को आकस्मिक ब्रेक के नाम पर जबरन छुट्टी दिये जाने, और समन्वयक के अनुचित व्यवहार से आहत वीपीकेएएस के दैनिक कार्मिकों का आंदोलन 11 वें दिन भी जारी रहा। कार्मिकों ने अपना काम नहीं किया ओर अपने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। समस्याओं से जूझ रहे कार्मिकों ने किसी भी स्थिति में वर्तमान समन्वय के अधीन कार्य नहीं करने का ऐलान करते हुए कहा है कि बार बाद अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले वर्तमान समन्वयक के साथ कार्य करने में वह असमर्थ है। यदि जल्द ही उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह आंदोलन को और तेज करने का बाध्य होंगे।
कार्मिकों का आरोप है कि संस्थान में 180 से 200 श्रमिक दैनिक श्रमिक के रूप में कार्य करते है। उन्हें ब्रेक के नाम पर जबरन छुट्टी पर भेजा जाता है जबकि वह करीब 20 से 30 वर्षों से वहां कार्यरत है। यहीं नहीं जिस समन्वय के अधीन वह कार्य करते हैं उनका व्यवहार भी मानवीय नहीं है कार्मिकों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। ऐसी स्थिति में वह कार्य करने में असमर्थ है। यदि जल्द ही उनकी समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा। श्रमिकों ने समन्वयक को तत्काल उनके पद से हटाने, श्रमिकों को जबरन ब्रेक नहीं दिये जाने,श्रमिक को अपने पूर्व के स्थान पर ही कार्य पर रखने, हर श्रमिक को माह में पूरे 30 दिन का भुगतान देने,भुगतान हर माह की 7 तारीख तक अवश्य देने और इन सभी मांगों को मांन लेने की स्वीकृति लिखित में देने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन का और उग्र रूप दिये जाने की चेतावनी दी है। इस मौके पर दीप सागर, विमला देवी, कृष्ण सिंह मुस्यूनी, मनोज कुमार, प्रकाश चन्द्र, मनोज पंत, दिनेश नयाल,तुलसी देवी, लक्ष्मण सिंह आदि कार्मिक मौजूद थे।

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