तल्ला तिखून क्षेत्र में गुलदार के आतंक के चलते आधे दर्जन से अधिक गांवो के लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं। रेंगल गांव में शनिवार को यहां पर रविवार को गुलदार ने दिन दहाड़े सरंपच पर हमला कर दिया। इसके बाद आज दिन में डोबा गांव में गुलदार ने गाय बछिया को मार डाला।
जानकारी के मुताबिक सरना के सरपंच नवीन चंद्र तिवारी बीते दिन शनिवार की शाम को अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे कि अचानक राजकीय इंटर कालेज रेंगल के पास घात लगाकर बैठे गुलदार ने उनपर हमला करने की कोशिश की। अचानक गुलदार को सामने देख नवीन चंद्र तिवारी ने हो—हल्ला मचा दिया।उनके हो—हल्ले को सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो गुलदार वहां से भाग निकला।
ढटवालगांव,डोबा,ज्यूड़, कफून,सेंज,रेंगल आदि गांवो में आये दिन गुलदार मवेशियों को अपना निशाना बना रहा है और गुलदार ने कई बार लोगों पर हमला करने की कोशिश की है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य गोपाल गुरूरानी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने डीएफओ से उक्त समस्या का जिक्र करते गुलदार के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की तो उनका जबाब था कि गुलदार को मारने की अनुमति देहरादून से लेनी होती है और उसका आदमखोर होना जरूरी है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या वन विभाग किसी बड़ी घटना का इंतजार तो नही कर रहा?
19 सितंबर को चंदन कांडपाल के घर में 4 बच्चों पर गुलदार ने हमला कर दिया था। 3 दिन पूर्व डोबा गांव में गुलदार ने भुवन राम की बछिया पर हमला कर दिया, स्थानीय ग्रामीण पूरन राम के हो हल्ला करने पर गुलदार घायल बछिया को छोड़कर वहां से भाग गया था। बीते दिवस कफून क्षेत्र में दीवान सिंह और विजय सिंह की बकरियों को गुलदार ने मार डाला। लोगों ने प्रशासन से गुलदार के आंतक से मुक्ति दिलाने की मांग की है, और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी हैं।