सोमेश्वर (अल्मोड़ा)। मंगलवार यानि 4 मई की सांय सोमेश्वर इलाके के लिये आफत लेकर आई। यहां अतिवृष्टि से गौशाला ढह गई जबकि एक नेपाली नागरिक नदी के तेज बहाव में बह गया उसे बाद में रेस्कयू कर बचा लिया गया। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार एक नेपाली नागरिक लापता बताया जा रहा है।
शाम को भारी बारिश और ओलावृष्टि से नदिया और गाड़— गधेरे उफान में आ गये। जल स्तर बढ़ने से किसानों की फसल चौपट हो गई। धौलरा गांव में गौशाला ध्वस्त होने से 3 मवेशियों के मलबे में दबकर मरने की सूचना हैै। पूर्व ग्राम प्रधान दीप कुमार उर्फ दयाल राम पुत्र मधन राम की गाय और दो बछिया अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई।
अतिवृष्टि के दौरान बज्रपात होने से हाई टेंशन लाइन में आग लग गई और ट्रांसफार्मर में धमाका हो गया। जिसके बाद हाई वोल्टेज आने से दर्जनों लोगों के विद्युत उपकरण भी फुंकने की सूचना है।
सोमेश्वर क्षेत्र के चनौदा, कांटली, छानी, लवेशाल, जीतब, टोटाशिलिंग, लखनाडी, गुरुड़ा, पच्चीसी आदि गांवों में भारी नुकसान हुआ है। कोसी और मैनोली नदी उफान पर आने से खेतों में मलबा भर गया है और खेती बर्बाद हो गई है। पूर्व बीडीसी सदस्य हरीश जोशी ने प्रशासन से प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक थाना सोमेश्वर क्षेत्र में थाने से करीब 6 किलोमीटर दूर कौसानी रोड में ग्राम धौलड़ा टोटा सीलिंग में शाम के 17.30 बजे तेज बरसात के कारण मदन राम पुत्र गुसाईं राम, प्रेम राम पुत्र मदन राम, दीप कुमार पुत्र मदन राम के घरों में मलबा घुस गया। वही दयाल राम की गौशाला ढह गई। मलबे में एक जर्सी गाय मृत अवस्था में मिली जबकि दो बछिया लापता है।
सोमेश्वर क्षेत्र के ही बाजार से लगे साईं पुल के पास एक नेपाली नागरिक के नदी में बहने की सूचना मिली है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार दो नेपाली नागरिक पानी के तेज बहाब में बह गये। एक को तो रेस्कयू कर बचा लिया गया। लेकिन एक के बारे में कुछ पता नही चल पाया है। रेस्कयू कर बचाये गये व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।