गोष्ठी में बोले वक्ता शहीदों के सपने साकार करने के लिए लंबी लड़ाई बाकी
अल्मोड़ा। शहीद ए आज़म भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहादत दिवस पर उत्तराखंड छात्र संगठन ने आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सिंह धौनी पुस्तकालय में समसामयिक संदर्भों में भगत सिंह विषय पर जनसंवाद/ संगोष्ठी आयोजित की। इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र, युवाओं, सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने जन गीतों के साथ शहीद ए आज़म को याद करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से भारत में शहीदों ने जिस शोषण विहीन, न्यायपूर्ण समाज व व्यवस्था का सपना देखा था वह अभी अधूरा है। उसे पूरा करने के लिए हमें एक बड़े संघर्ष से गुजरना होगा।
इस मौके पर अपनी बात रखते हुए उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि ब्रिटिश साम्राज्यवादियों से आज़ादी मिलने के बावजूद आज देश में मजदूरों, किसानों, आम लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव नहीं आया है और जिस तरह देश में मजदूरों, किसानों, युवाओं के हितों से खिलवाड़ करते हुए पूंजीपतियों के हितों की पैरवी की जा रही है जिससे स्थितियां गंभीर हुई हैं।
संवाद में क़रीब तीन दर्जन से अधिक छात्र, युवाओं ने कहा कि शिक्षा के बाजारीकरण, बेरोजगारी, अवसरों की कमी व भविष्य की अनिश्चितता से आज का युवा अवसाद के शिकार हो रहे हैं जबकि देश व उत्तराखंड के तमाम संसाधनों पर प्रभावशाली लोगों का कब्ज़ा हो रहा है।
संगोष्ठी में देश व समाज की मूल जनता रोटी, कपड़ा, मकान व संविधान सम्मत मानवीय गरिमा से जीने की स्थितियों के बिगड़ने पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश में सुनियोजित रूप से पैदा किए जा रहे सांप्रदायिक तनाव पर चिंता व्यक्त की गई।
संगोष्ठी की अध्यक्षता उछास की भावना पांडे, सोनी मेहता, ममता जोशी ने संयुक्त रूप से की जबकि संचालन विनीता ने किया।
संगोष्ठी में आलोक पाठक, एड विनोद तिवारी, एड नारायण राम, मुहम्मद साकिब, दयाकृष्ण कांडपाल, पत्रकार हर्षवर्धन पांडे, प्रमोद जोशी, हेमा पांडे, हेमा जोशी, नाज़िम अली, राजू गिरी, हेमा, मुस्कान कैड़ा, सुरभि उज्जैनवाल, अक्षरा टांक, पंकज सिंह पाना, विकास सिंह, नेहा जोशी, शिव कुमार, सतीश, विस्मित, राहुल जोशी, दीपांशु पांडे, सुरेंद्र धामी, नितिन आर्या, आयुष देव, निखिल, अमन आर्या, आशा साह, प्रिया गोस्वामी, काजल कांडपाल समेत कई लोग शामिल रहे।