जब कही भी अल्मोड़ा का जिक्र होता है तो अल्मोड़ा की पटाल की बात भी जुबान पर आ ही जाती है। हालांकि अब अल्मोड़ा में पटाल बाजार बीते दिनों की बाते ही रह गयी है। मशहूर व्यंगकार और अल्मोड़ा की पहचान शंभू राणा का यह लेख उन दिनों का है जब अल्मोड़ा बाजार में लगी पटाले अपनी अंतिम सांसे ले रही थी। अब से लगभग 14 वर्ष पूर्व अल्मोड़ा बाजार की शान कही जाने वाली स्थानीय पत्थर की पटालों को बदलकर कोटा स्टोन लगा दिया गया है। पेश है शंभू राणा का यह आलेख
अल्मोड़ा की पटालों का क्या करिये
बीते दिनों की बाते है अब अल्मोड़ा की पटाल बाजार