Almora: 7-day 111 Kundiya Mahayagya will be held in Nali Seraghat, preparations in full swing
धौलछीना, 11मई 2023- Almora के विकासखंड भैंसियाछाना के नाली सेराघाट में 11 मई से विकासखंड का पहला 111 कुंडीय महारुद्र यज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा।
7 दिनों के महायज्ञ में 11 करोड़ शिव मंत्रों का जाप किया जाएगा और 111 वेदियो पर 111 पंडित मंत्रोंच्चार करेंगे।
निरंजनी अखाड़ा के श्री श्री 108 केशवानंद गिरी महाराज की देखरेख में काशी के विद्वान यज्ञ आचार्य इस हवन में पूरे विधि विधान से मंत्र उच्चारण करेंगे। यज्ञ में यजमानों के माध्यम से 7 दिनों तक 11 करोड़ शिव मंत्रों का जाप होगा। महारुद्र यज्ञ तथा श्रीमद् भागवत कथा में अल्मोड़ा पिथौरागढ़ जिले के 111 गांवों के ग्रामीण सहयोग करेंगे।
Almora पिथौरागढ़ की सीमा पर तल्ला सेराघाट के नाली गांव के पवित्र सरयू नदी किनारे स्थित पाताल वृत्तेश्वर शिव मंदिर मेम 11 मई से 17 मई तक सात दिवसीय 111 कुंडीय महारुद्र यज्ञ तथा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा।
मंदिर समिति के अध्यक्ष गोकुल सिंह ने बताया कि इस प्रकार का महायज्ञ क्षेत्र में पहली बार होने जा रहा है। इस महारुद्र यज्ञ के लिए अलग से समिति बनाई गई है। यज्ञ का आयोजन क्षेत्र की उन्नति , सुख शांति के साथ ही पूरे Almora जिले की समृद्धि तथा सामाजिक सद्भावना के लिए किया जा रहा है। यज्ञ के दौरान हर रोज केशवानंद गिरी महाराज के संचालन में बुलंदशहर यूपी के पंडित नितिन भारद्वाज प्रातः 9:00 बजे से 11:00 बजे तक शिव स्तुति करेंगे तथा दोपहर 2:30 से श्रीमद् भागवत कथा आयोजित होगी। इसके अलावा यज्ञ आचार्य , उपाचार्य व ब्राह्मण 111 वेदियों पर यजमानों के माध्यम से यज्ञ कराएंगे। महारुद्र यज्ञ में 111 किलो देसी घी , 5 कुंटल तिल, 2.5 कुंटल जौं, डेढ़ कुंटल चावल, तथा 51 किलो अन्य हवन सामग्री लगेगी।
महायज्ञ में गुरुग्राम से राजेश शास्त्री के नेतृत्व में कीर्तन मंडली प्रतिभा करेगी। सभी विद्वानों तथा यजमानों के लिए भी नियमानुसार वस्त्रों व भोजन तथा उनके रहने की व्यवस्था मंदिर समिति द्वारा की जाएगी। जिसकी तैयारियां इन दिनों जोर-शोर से चल रही है। यज्ञ वेदियों के निर्माण कार्य से लेकर आस-पास के गांव में व्यापक प्रचार प्रसार का कार्य जारी है। आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों में भी भारी उत्साह है ग्रामीण बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रहे हैं।
काफी प्राचीन है तल्लीनाली का शिव मंदिर
तल्लीनाली सेराघाट में सरयू नदी के किनारे पाताल वृत्तेश्वर शिव मंदिर प्राचीन मंदिरों में से एक है। मान्यता है कि कई वर्ष पूर्व गांव के किसी किसान को खेत में हल चलाते समय शिवलिंग दिखाई दिया। उसके पश्चात बहुत खुदाई करने के बाद भी इस शिवलिंग की गहराई का पता नहीं चल पाया।बाद में इसी स्थान पर शिव मंदिर का निर्माण कराया गया। आज भी शिवलिंग के ऊपर हल के निशान देखे जा सकते हैं। पाताल से उत्पन्न हुए शिवलिंग के कारण ही मंदिर का नाम पाताल वृत्तेश्वर शिव मंदिर पड़ा।
ये विद्वान होंगे शामिल
महायज्ञ में निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर कैलाशानंद महाराज, डोल आश्रम लमगड़ा के कल्याणिका दास, जागेश्वर धनापति शिवगिरी महाराज, बागेश्वर से शंकर गिरी महाराज, पुनाकोट से रतन गिरी महाराज, वृद्ध जागेश्वर के विश्वास गिरी समेत अनेक साधु संत शामिल होंगे।