अल्मोड़ा: विगत कई समय से उत्तराखंड के स्कूलों में मिड डे मील में जातिगत भेदभाव के मामले सामने आ रहे है। ताजा मामला अल्मोड़ा जिले से है, यहां एक प्राइमरी स्कूल में यह मामला सामने आया है। आरोप है कि मिड डे मील खिलाते समय दलित और सवर्ण बच्चों को अलग—अलग बैठाया जा रहा है।
यह मामला धौलादेवी विकासखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय थली से जुड़ा हुआ है। आज ग्रामीणों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ग्रामीणों ने अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष से इस प्रकरण में जांच कराने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि थली गांव के रहने वाले हरीश राम का पुत्र थली के प्राइमरी स्कूल का छात्र है और हरीश रावत अपने बच्चे की पढ़ाई से संबधित जानकारी के लिए स्कूल गए तो उन्होंने मिड डे मील के दौरान दिए जा रहे भोजन की लाइन में भेदभाव देखा। उन्होने देखा कि दलित वर्ग और व सवर्ण वर्ग के छात्रों को अलग अलग बैठाकर खाना खिलाया जा रहा था। इस पर उन्होंने इसका विरोध किया और वीडियों भी रिकॉर्ड कर लिया।
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि इसके बाद हरीश राम को विद्यालय के स्कूल के शिक्षक ने दन्या थाने में बुलाया। आरोप है कि दन्या थाने में पुलिसकर्मियों ने हरीश राम के साथ अभद्रता कर उसे डंडे मारकर अंदर बंद कर देने की धमकी दी। ज्ञापन में इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाही किए जाने की मांग की गयी है। ज्ञापन देने वालों में उपपा के महासचिव नारायण राम,भेटा बड़ोली की प्रधान भागीरथी,ग्राम प्रधान दयाकिशन,बहादुर राम,एडवोकेट जीवन चंद्र, महिपाल प्रसाद,अजय कुमार,महेंद्र कुमार टम्टा, महेंद्र लाल,प्रकाश भारती,गौरव कुमार,प्रकाश राम,आनंद प्रसाद आदि लोग शामिल है।