उपपा का आरोप: सहकारी समितियों में हुआ घोटाला(Scam), सहकारिता मंत्री से मांगा इस्तीफा

allegation- Scam happened in cooperatives

IMG 20211113 WA0003

allegation- Scam happened in cooperatives

अल्मोड़ा, 13 नवंबर 2021-उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने प्रदेश में प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (पैक्स) में बड़े घोटाले (Scam)का आरोप लगाया है।

पार्टी ने घोटाले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर जिला सहकारी बैंक परिसर में धरना – प्रदर्शन किया।

इस मौके पर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने पूरे प्रदेश में 758 पैक्स में कंप्यूटराइजेशन के नाम पर लाखों अंशधारकों को अंधेरे में रखकर करोड़ों रुपए का घोटाला (Scam)किया गया है, जिसकी सच्चाई जनता तक पहुंचाना आवश्यक है।

Scam
allegation- Scam happened in cooperatives

धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश का सहकारी विभाग घपलों घोटालों का पर्याय बन गया है जिसके लिए प्रदेश के सहकारिता मंत्री को नैतिकता के आधार पर तत्काल पदमुक्त हो जाना चाहिए।

पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार जिला सहकारी बैंक के परिसर में आयोजित इस धरने में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारों जनगीतों के साथ प्रदर्शन करते हुए कहा कि सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग में हर स्तर पर भ्रष्टाचार, मनमानी और जबरदस्ती की जा रही है।


वक्ताओं ने कहा कि कंप्यूटराइजेशन के नाम हर पैक्स से अंशधारकों का 2 लाख 80 हजार रुपया व शेष धन जिला सहकारी बैंकों से जोर जबरदस्ती करके 5 लाख 60 हज़ार रुपए में मात्र एक कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया है। इस योजना के बारे में पूरे प्रदेश को अंधेरे में रखा गया है। जिसमें सहकारी समितियों सहकारी विभाग के कर्मचारियों में भी काफ़ी आक्रोश है।

वक्ताओं ने आरोप लगाया की समितियों में काम कर रहे प्रभारी सचिवों को नियमित करने के नाम पर भी धनवसूली की कोशिशें हो रही हैं, और एक वर्ष से कार्य कर रहे सैकड़ों युवाओं को उनका वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। जबकि जनता के करोड़ों रुपए की कमाई की निर्मम लूट हो रही है।

उपपा नेताओं ने कहा कि सहकारी बैंक में अज्ञात कारणों से सॉफ्टवेयर बदलकर कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि बैंक कर्मचारी, बैंक के पुराने अधिकारियों ने बैंकों के हित में ऐसा न करने का लिखित अनुरोध किया है। जिसकी सरकार सुनवाई नहीं कर रही है।

धरने के दौरान सहकारी बैंक के अधिकारियों व पुलिस के साथ धरने को लेकर कहासुनी भी हुई। उपपा नेताओं ने कहा कि यदि सहकारी बैंकों में घोटाला (Scam)है तो उनके खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना उनका अधिकार है।

उपपा ने कहा कि इस पूरे मामले में प्राथमिक सहकारी समितियों, अंशधारकों, पदाधिकारियों व सहकारिता से जुड़े हर व्यक्ति को आवाज उठा कर सहकारिता में हो रही इस लूट का विरोध करना चाहिए।

उपपा ने कहा कि जीरो टॉलरेंस का वायदा करने वाली भाजपा घपलों घोटालों की पर्याय बन गई है जिसके खिलाफ उपपा जनता के साथ मिलकर लम्बी लड़ाई शुरू करेगी व घोटालेबाजों व घोटालों का पर्दाफाश करेगी।

धरने में उपपा की केंद्रीय सचिव श्रीमती आनंदी वर्मा, भारती पांडे, धीरेंद्र मोहन पंत, राजू गिरी, दीपांशु पांडे, हीरा देवी, किरन आर्या, गोपाल राम, प्रयाग दत्त बहुगुणा, मंजू सिंह, हरीश चंद्र आर्या, दिवान सिंह, सरिता मेहरा, चंपा सुयाल, मो. वसीम, भावना मनकोटी, हेम पांडे, नरेंद्र सिंह, एडवोकेट नारायण राम, कमला देवी, पुष्पा देवी, राजेंद्र सिंह राणा आदि लोग शामिल रहे।