डीएम ने अधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं इस क्रम में टीम ने नेपाल से आए 65 लोगों का परीक्षण भी किया.
डीएम ने कहा कि जिले की सीमा क्षेत्र के अंतर्गत झूलाघाट, ड्योडा, जौलजीबी, बलुवाकोट, धारचूला, तवाघाट, सीतापुल चेक पोष्टों में संयुक्त टीमें जांच करेंगी.
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस रोग की रोकथाम से संबंधित दवाइयां पर्याप्त मात्रा में रखने और सभी चेक पोस्टों में तैनात सुरक्षा बलों को पर्याप्त मात्रा में मास्क व आवश्यक चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराने को कहा.
उन्होंने जागरूकता अभियान चलाने और नेपाल सीमा से सटे गांवों में ग्राम्य विकास विभाग व पंचायतीराज विभाग के माध्यम से खुली बैठकें कर इसको लेकर विशेष सतर्कता बरतने व लोगों को जागरूक करने को कहा.
उन्हाेंने शिक्षा विभाग व बाल विकास विभाग को भी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में छात्र छात्राओं के सभी चेक पोस्टो में आने-जाने वालों को सचेत करने को कहा.
उन्होंने कहा कि इससे बचाव को सतर्कता बहुत जरूरी है. बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उषा गुन्ज्याल ने जिले में कोरोना वायरस से बचाव ,इलाज आदि की तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई.
बैठक में 119 इंडिपेंडेंट ब्रिगेड के कर्नल रोहित, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमंत मर्तोलिया, जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीसियन डॉ एसएस कुंवर, आईटीबीपी के सहायक सेनानी निखिलेश शर्मा, दीवान सिंह, एसएसबी के उप सेनानी संतोष आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
जानकारी के मुताबिक
कोरोना वायरस को लेकर सीमान्त क्षेत्र में बरती जा रही सतर्कता के मद्देनजर अन्तर्राट्रीय झूलापुल, झूलाघाट में जांच टीमें डटी रहीं। इस दौरान झूलापुल में नेपाल से भारत आने वाले 65 लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उनकी काउंसिलिंग की गई.
जांच में सभी लोग सामान्य पाए गए. जांच टीम में डॉ. सचिन प्रकाश, फार्मासिस्ट हरीश रावत व हेमचंद्र भट्ट आदि शामिल थे। वहीं झूलाघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के उपचार के लिए इनफ्लूएंजा आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया है.