जंगल की आग बुझाने को वायुसेना मैदान में, श्रीनगर से हेलीकॉप्टर ने सुलगते जंगलों पर बरसाया पानी

उत्तराखंड के जंगलों में भीषण आग को बुझाने के लिए वायुसेना को भी मैदान में उतारा गया है। सोमवार शाम वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर श्रीनगर…

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उत्तराखंड के जंगलों में भीषण आग को बुझाने के लिए वायुसेना को भी मैदान में उतारा गया है। सोमवार शाम वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर श्रीनगर के जीवीके हेलीपैड पर उतरा। इसके बाद हेलीकॉप्टर ने अलकनंदा नदी पर बनी जीवीके परियोजना की झील से बकेट के ज़रिए पानी भरा और पौड़ी ज़िले के डोभ श्रीकोट के जंगलों में आग बुझाने के लिए पानी का छिड़काव किया। इससे आग बुझाने में काफ़ी हद तक कामयाबी मिली।

गौरतलब हो, देवलगढ़ के आस-पास के जंगलों में भी आग लगने की सूचना मिली। इस पर वन विभाग की टीम के अलावा श्रीनगर कोतवाली पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुँची और आग बुझाने का काम शुरू किया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक होशियार सिंह पंखोली ने बताया कि देवलगढ़ में आग कॉपरेटिव बैंक से लगभग 200 मीटर की दूरी तक पहुँच गई थी जिसे बुझाने में टीम को सफलता मिली।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया है कि जंगल में बार-बार आग लगाने वालों के ख़िलाफ़ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और वन संपदा को हुए नुक़सान की भरपाई भी उनसे करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि पौड़ी और अल्मोड़ा ज़िलों में आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ़ की टीमें तैनात की गई हैं।

बता दे, आग बुझाने के काम में पीएसी, होमगार्ड और पीआरडी के जवानों को भी लगाया जाएगा। स्थानीय युवक और महिला मंगल दलों की भी मदद ली जाएगी।

मुख्य सचिव ने कहा कि जंगलों की आग बुझाने के लिए क्लाउड सीडिंग की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है और इस बारे में आईआईटी रुड़की से बातचीत चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन गाँवों ने अपने आस-पास के जंगलों को आग से बचाया है, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।