pithoragarh- aipan ko sawrojgar se jodne ke liye karyshala
पिथौरागढ़। पिथौरागढ की अग्रणी संस्था थियेटर फाॅर एजुकेशन इन मास सोसाइटी की ओर से कुमाऊँ की विलुप्त हो रही लोक संस्कृति ऐपण (aipan) को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए 20 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है।
जिला मुख्यालय स्थित लंदन फोर्ट में आयोजित कार्यशाला के तीसरे दिन बुधवार को लक्ष्मी चौकी बनाई गई चौकी के भीतर वसुंधरा, हिमाचल, शंख, सूर्य, चंद्र, आदि बनाए गए।
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इस कार्यशाला में 30 प्रतिभागियों को निःशुल्क ऐपण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें बच्चे ने उत्साहित होकर भागीदारी कर रहे हैं।
कार्यशाला के संचालक महेश चंद्र ने कहा ऐपण (aipan) कला हिमालय की विलुप्त होती ऐतिहासिक कलाओं में से एक है, जिसे स्वरोजगार से जोड़ने की कोशिश की गई है।
प्रशिक्षण दे रही ममता जोशी ने कहा कि इस कला को विलुप्त होने से बचाने के लिए सोसाइटी की टीम का यह प्रयास सराहनीय है। कार्यशाला में शुभम कार्की, मनोज आर्या आदि सहयोग कर रहे हैं।