अंगूठा काटकर खून से भरी मांग, फिर शहादत, आज भी डिंपल कैप्टन विक्रम बत्रा के इंतजार में अकेली है, अधूरी रह गई थी प्रेम कहानी

जब कभी भी करगिल युद्ध का नाम आएगा तो कैप्टन विक्रम बत्रा के बलिदान को जरूर याद किया जाएगा। विक्रम बत्रा ने युद्ध में दौरान…

After cutting her thumb, her forehead was filled with blood, then she was martyred, even today Dimple is alone waiting for Captain Vikram Batra, her love story remained incomplete

जब कभी भी करगिल युद्ध का नाम आएगा तो कैप्टन विक्रम बत्रा के बलिदान को जरूर याद किया जाएगा। विक्रम बत्रा ने युद्ध में दौरान पाकिस्तानी सेना को धूल चटाते हुए शहादत दी थी।आज करगिल विजय दिवस के अवसर पर पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है।

उस समय वह सिर्फ 24 साल के थे जब करगिल युद्ध में शहीद हो गए। जहां 25 साल बीतने के बाद भी उनके बलिदान को लोग भुला नहीं पाए हैं, वहीं उनकी मंगेतर डिंपल चीमा के त्याग के बारे में सुनेंगे आपके आसूं रोके ना रुकेंगे।

25 साल पहले लड़े गए युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी थी। कैप्टन विक्रम बत्रा ने सीना तानकर दुश्मनों से लोहा मनवाया था। युद्ध में दोनों तरफ से कई सैनिक शहीद हो गए थे। कई मां की गोद सुनी हो गई थी तो कई प्रेमिकाओं और पत्नियों ने अपने पति की राह देखते देखते ही जिंदगी गुजार दी।

ऐसी ही एक प्यारी लव स्टोरी थी विक्रम और डिंपल की जिसे सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी की फिल्म ‘शेरशाह’ में भी दिखाया गया है।
करगिल युद्ध के लिए निकलने से पहले विक्रम ने अपनी प्रेमिका डिंपल से वादा किया था कि वह वापस आकर वो उनसे शादी करेंगे। युद्ध हुआ और बत्रा ने भारत माता की आन-बान-शान के लिए शहीद हो गए। फिर ना वो लौटे और ना उनका वादा पूरा हो पाया। आज उसी वादे के भरोसे डिंपल चीमा अपनी जिंदगी गुजार रही हैं। उन्होंने आज तक किसी से शादी नहीं की है।

बता दें कि 1995 में पंजाब यूनिवर्सिटी के कॉलेज में विक्रम और डिंपल की पहली मुलाकात हुई थी। दोनों दोस्त बने और धीरे-धीरे एक-दूसरे के प्यार में खो गए। विक्रम के सिर पर भारत माता की सेवा का जुनून सवार था इसलिए सीडीसी परीक्षा पास करने के बाद पहले ही साल में उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया था।

खबरों की माने तो जब विक्रम छुट्टी पर घर वापस आए थे तो डिंपल ने उनसे शादी करने के लिए कहा था। वह उस समय असुरक्षित महसूस करने लगी थी। तब विक्रम ने अपने वॉलेट से एक ब्लेड निकाला, अपना अंगूठा काटा और खून से सीधे डिंपल की मांग भर दी। जिसका डिंपल ने बाद में एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वो पल आज तक की उनकी लाइफ का सबसे खूबसूरत पल था।

एक किस्सा ये भी है कि जब कपल मनसा देवी के मंदिर में परिक्रमा लगा रहा था तो विक्रम डिंपल के पीछे-पीछे चल रहे थे। फिर परिक्रमा पूरी होने पर विक्रम ने डिंपल से कहा था- “बधाई हो, मिसेज बत्रा।” ये सुनकर डिंपल हैरान रह गईं और विक्रम ने मुस्कुराते हुए कहा कि क्या तुम्हें पता नहीं चला कि हम चार बार साथ में परिक्रमा कर चुके हैं। यही कारण है कि डिंपल आज भी खुद को विक्रम की विधवा बताती हैं और आज तक किसी से शादी नहीं की है।