दिल्ली विधानसभा चुनाव में 27 वर्षों के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 70 में से 48 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 5 फरवरी को हुए मतदान में भाजपा को 45.56% और आम आदमी पार्टी (आप) को 43.57% वोट मिले। आप को 22 सीटें मिली हैं।
मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा में चर्चा तेज हो गई है। गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, बैजयंत पांडा और बी.एल. संतोष की उपस्थिति में बैठक हुई। हालांकि, मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
शपथ ग्रहण समारोह के बारे में जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 14 फरवरी को विदेश दौरे से लौटने के बाद यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। यह समारोह भव्य होगा, जिसमें एनडीए नेताओं और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है।
दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है। कुल 22 ऐसी सीटें हैं, जिनकी सीमाएं हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगती हैं, इनमें से 15 सीटें भाजपा के खाते में गई हैं।
भाजपा की इस जीत के साथ, पार्टी 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौटी है। इससे पहले, 1998 से 2013 तक कांग्रेस की शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रहीं, और 2015 से 2025 तक आप के अरविंद केजरीवाल ने शासन किया।