आरंभ ने की ‘जहान-ए-कविता’में की सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के साहित्य पर चर्चा

पिथौरागढ़। आरंभ स्टडी सर्किल की ओर से नगरपालिका स्थित रामलीला मैदान में ‘जहान-ए-कविता’ कार्यक्रम का मासिक आयोजन किया गया। कार्यक्रम को कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना…

aambh ne ki sarvehvar dayal saxsena ke sahitya par charcha

पिथौरागढ़। आरंभ स्टडी सर्किल की ओर से नगरपालिका स्थित रामलीला मैदान में ‘जहान-ए-कविता’ कार्यक्रम का मासिक आयोजन किया गया। कार्यक्रम को कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना पर केंद्रित रखते हुए उनकी कुछ प्रसिद्ध कविताओं का पाठ किया गया, जिनमें-देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता, चांदनी की पांच परतें, तुम्हारे साथ रहकर, लड़ाई जारी है, लीक पर चले, ईश्वर, फसल तथा मैं सूरज को डूबने नहीं दूंगा आदि कविताओं का पाठ किया गया।
इस अवसर पर शिक्षक राजीव जोशी ने कहा कि कवि सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के काव्य की भाषा सरल, दिल को छूने वाली और हर दौर में प्रासंगिक है। कवि-शिक्षक महेश पुनेठा ने छात्र-युवाओं के बीच इस तरह के सृजनात्मक आयोजन की सराहना की। कार्यक्रम में मुकुल, सोनल, अमित, दीपक, नूतन, सोमेश, नितिन, राकेश और चेतना आदि शामिल थे।

http://uttranews.com/2018/09/06/hotle-me-thahre-yuwak-yuwati-ki-atmhatya/