आजीविका परियोजना की बैठक में आजीविका संवर्धन पर हुई चर्चा

अल्मोड़ा। एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना की तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति (ग्रास) द्वारा विकास खण्ड हवालबाग में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के तहत ब्लॉक…

अल्मोड़ा। एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना की तकनीकी संस्था ग्रामीण समाज कल्याण समिति (ग्रास) द्वारा विकास खण्ड हवालबाग में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के तहत ब्लॉक स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की त्रिमासिक बैठक यहा विकास खण्ड सभागार में आयोजित की गयी। क्षेत्र प्रमुख सूरज सिराड़ी की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में तकनीकी संस्था के कृषि व उद्यान अधिकारी ने मौजूद सदस्यों को कृषि व बागवानी पर जानकारी दी । उज्ज्चल सहकारिता बोर्ड सदस्य दिनेश चन्द्र जोशी द्वारा परियोजना द्वारा किए जा रह कार्यों के माध्यम से व्यवसाय में होने वाले लाभों के बारे में बताया।

बैठक में तकनीकी समन्वयक पंकज ओझा ने विगत तीन माह में परियोजना की तकनीकी संस्था द्वारा कराए गए कार्यों के बारे में बताया।
आरसेटी के निदेश अचल कुमार शर्मा ने संस्थान द्वारा कराए जा रहे व्यवसायपरक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी । सहायक कृषि अधिकारी उद्यान ऋचा जोशी ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी ।

तकनीकी संस्था ग्रास के निदेशक गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि परिवार आच्छादन व अन्य परियोजना कार्यों के लक्ष्य की प्राप्ति के उपरान्त अब तकनीकी संस्था का ध्यान ग्रामीण कास्तकारों के उत्पादन को अच्छे बाजार की उपलब्धता को लेकर है। परियोजना कार्यक्षेत्र में कराए गए समस्त विकास कार्यों के लिए उन्होने तकनीकी संस्था की टीम के प्रयासों व विभागीय सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।

खंड विकास अधिकारी पंकज काण्डपाल ने विकास खण्ड हवालबाग के परियोजना कार्यक्षेत्र में सामुदायिक एवं ग्रामीण विकास हेतु तकनीकी संस्था के कार्यों की सराहना की। उन्होने कहा कि आजीविका सुधार के तमाम प्रयास-दुग्ध व्यवसाय, सिंचाई निर्माण कार्य, सब्जी बीज उत्पादन, चारा घास रोपण, पशुपालन हेतु तकनीकी जानकारी, अच्छी फसल की उपज हेतु तकनीकी जानकारियों को देने के साथ टीम द्वारा किसानों को जागरुक करने हेतु समय-समय पर आयोजित विभिन्न प्रकार की बैठकें आदि भविष्य में किसानों की आजीविका में सुधार के साथ ही क्षेत्र से हो रहे पलायन को रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं। उन्होने उज्ज्वल सहकारिता में बन रहे भवन निर्माण की चहारदीवारी व मुख्य द्वार आदि को मनरेगा से कराने का सुझाव दिया।

क्षेत्र प्रमुख सूरज सिराड़ी ने कहा कि परियोजना के तहत विकास खंड में काश्तकारों की आय बढ़ाने हेतु सभी के सहयोग से बेहतर कार्य हो रहे हैं। उन्होने क्षेत्र में दुग्ध व्यवसाय हेतु एक उन्नत औद्योगिक इकाई की स्थापना करने पर जोर देते हुए कहा कि इय दिशा में समन्वित प्रयास करने का भरोसा दिलाया। बैठक् में खंड विकास अधिकारी पंकज काण्डपाल, सहायक खंड विकास अधिकारी उद्यान गोविंदपुर ऋचा जोशी, निदेशक आरसेटी अचल कुमार शर्मा, ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष हरीश कनवाल, ग्राम प्रधान पाखुड़ा, कसारदेवी व पंचगांव, सहकारिता पदाधिकारी एवं स्टाफ तथा तकनीकी संस्था के आजीविका समन्वयक, कृषि व उद्यान अधिकारी, कृषि व्यवसाय अधिकारी व सुगमकर्ता मौजूद रहे।