सीएसई का दावा— पतंजलि, डाबर समेत 13 कंपनियों के शहद (honey) में चीनी की मिलावट

Sugar adulteration in honey of 13 companies including Patanjali, Dabur नई दिल्ली, 03 दिसंबर 2020सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसइ) ने अपने एक अध्ययन में…

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Sugar adulteration in honey of 13 companies including Patanjali, Dabur

नई दिल्ली, 03 दिसंबर 2020
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसइ) ने अपने एक अध्ययन में चौकाने वाला खुलासा किया है। सीएसई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बिकने वाले ब्रांडेड कंपनियों के शहद (honey)
में चीनी की मिलावट की जाती है। जांच में पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ और झंडू जैसे कई मशहूर कंपनियों के नमूने फेल हुए है।

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दरअसल, सीएसइ की ओर से बुधवार को एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें CSE की महानिदेशक सुनीता नारायण ने बताया कि भारतीय बाजारों में बिक रहे शहद (honey) के लगभग सभी ब्रांडों में जबर्दस्त तरीके से शुगर सिरप (Sugar syrup) की मिलावट हो रही है। चीनी मोटापा से जुड़ा मामला है तो इससे कोविड—19 का भी खतरा बढ़ सकता है।

बताते चले कि सीएसई ने वर्ष 2003 और 2006 के दौरान सॉफ्ट ड्रिंक में कीटनाशक की उपस्थिति का खुलासा किया था

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सीएसइ का दावा है कि उन्होंने कुल 22 नमूनों की जांच की, जिसमें 5 ही नमूने पास हुए। जबकि शहद के प्रमुख ब्रांड्स जैसे डाबर, पतंजलि, बैद्यनाथ, झंडु, हितकारी और एपिस हिमालय, सभी एनएमआर टेस्ट में फेल पाए गए। 13 ब्रांड्स में से सिर्फ 3 सफोला, मार्कफेड सोहना और नेचर्स नेक्टर सभी परीक्षणों में पास पाए गए।

इधर कंपनियों ने सीएसइ की इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए इसे प्रायोजित करार दिया। कहा कि इस जांच का मकसद ब्रांडस की छवि खराब करना है। कंपनियों ने दावा किया कि हम भारत में ही प्राकृतिक तौर पर मिलने वाला शहद (honey) इकट्ठा करते हैं और उसी को बेचते हैं। इसे बिना चीनी या और कोई चीज मिलाए पैक किया जाता है।

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