कलाकारों का आरोप,मानदेय के स्थान पर कलाकारों को दिया दाल रोटी का ​दिया आश्वासन,पत्रकार वार्ता में लगाया आरोप, कहा उनके साथ समाज का हर हिस्सा

अल्मोड़ा—:अल्मोड़ा महोत्सव को लेकर लोक कलाकारों के तेवर गर्म हैं। लोककलाकारो का कहना है कि महोत्सव में कला प्रदर्शन के बाद उन्हें मानदेय के स्थान…

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अल्मोड़ा—:अल्मोड़ा महोत्सव को लेकर लोक कलाकारों के तेवर गर्म हैं। लोककलाकारो का कहना है कि महोत्सव में कला प्रदर्शन के बाद उन्हें मानदेय के स्थान पर केवल दालरोटी देने का जो जुमला कहा उससे उनके सम्मान में ठेस पहुंची है और इसलिए वह आंदोलन करने को उतरे हैंं। उन्होंने कहा कि बाहर के कलाकर जब भारी राशि देकर कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं तो स्थानीय कलाकारों को भी उनके प्रदर्शन के अनुसार मानदेय दिया जाना चाहिए जबकि वह पंजीकृत कलाकार हैं। कलाकारों ने कहा कि प्रशासन ने उनके आॅडीशन का राग भी छेड़ा जो औचित्यहीन है और अपमानजनक है। उन्होंने कहा कि सोमवार को सीडीओ ने उनके साथ वार्ता कर 11 अक्टूबर तक जिलाधिकारी से उनकी वार्ता कराने और उन्हें पूरा सम्मान दिए जाने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद 11 तक उन्होंने आंदोलन ​स्थगित करने का फैसला लिया है यदि उनकी मांग पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो वह दोबारा आंदोलन करने को विवश होंगे। इस दौरान कलाकारों ने कहा कि उन्हें आज भी टीडीएस काटकर मात्र 360 रूपये की धनराशि एक दिन मे दी जाती है उस पर भी प्रशासन उनसे निशुल्क कार्यक्रम करने की उम्मीद रख रहा है जबकि बाहर से बुलाए जा रहे कलाकारों को भारी धनराशि का भुगतान किया जा रहा है। कलाकारों का कहना है कि उनकी यह लड़ाई सम्मान ​की लड़ाई है जिसमें व्यापार मंडल सहित विभिन्न् सामाजिक संगठनों का सहयोग मिल रहा है। इस मौके पर लोक कलाकार महासंघ के अध्यक्ष शेखर जोंशी,महासचिव गोपाल सिंह चम्याल,संरक्षक दीपक पांडे, प्रवक्ता देवेन्द्र भट्ट आदि मौजूद थे।