पिथौरागढ़: घायल महिला को 45 किमी पैदल लाने के बाद मिल सका उपचार

घायल महिला

घायल महिला

The injured woman could get treatment after walking 45 km on foot, घायल महिला


पिथौरागढ़ सहयोगी 23 अगस्त 2020 सीमांत और दूरदराज के इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की क्या हालात है और मानसून काल में आपदा प्रभावित इन क्षेत्रों में लोगों को किस तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, इसकी एक बानगी शनिवार को सामने आई.

मुनस्यारी तहसील के उच्च हिमालयी क्षेत्र के गांव लास्पा में 4 दिन पूर्व घायल हुई महिला को डोली में रखकर करीब 45 किलोमीटर पैदल चलने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी लाया गया.

लास्पा गांव तिब्बत सीमा से लगे मिलम क्षेत्र में पड़ता है. जानकारी के अनुसार गांव की रेखा देवी पत्नी लक्ष्मण राम बीती 18 अगस्त को पहाड़ी से गिरी चट्टानों की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी, लेकिन आपदा से ध्वस्त रास्तों के बीच महिला को अस्पताल नहीं लाया जा सका.

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आखिरकार भारत-तिब्बत सीमा पुलिस व ग्रिफ कर्मियों के सहयोग से ग्रामीण घायल महिला को लेकर शनिवार देर शाम सीएचसी मुनस्यारी लेकर पहुंचे, जहां घायल का उपचार शुरू किया गया.

वही, मुनस्यारी मल्ला जोहार समिति के अध्यक्ष कै. श्रीराम सिंह धर्मशक्तू ने नाराजगी जताते हुए कहा है हमने जिला प्रशासन और शासन में बैठे अधिकारियोंं से घायल महिला को लास्पा से हेलीकॉप्टर से लाने की मदद मांगी थी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली.

आखिर दुर्गम व जोखिम भरे रास्तों से आईटीबीपी के जवानों और ग्रामीण के सहयोग से डोली के सहारे पांचवें दिन मुनस्यारी पहुंंचायी गयी है. उन्होंने कहा सरकार चीन सीमा से लगे हुए गांवों की उपेक्षा कर रही है, जबकि ये सीमा के असली प्रहरी हैंं.

गांव की प्रधान चन्द्रा देवी ने मदद के लिए आईटीबीपी तथा गांव के युवा महेन्द्र राम, सुरेन्द्र कुमार, पंकज कुमार, कैलाश, लक्ष्मण, जितेंद्र व नारायण राम आदि का धन्यवाद किया है, लेकिन ऐसी परिस्थितियां आने पर दूरदराज क्षेत्र के लोगों को हेलीकॉप्टर जैसी सुविधा नहीं दिया जाने पर नाराजगी भी जाहिर की है.

वही, घायल महिला की मदद के लिए भी लोग आगे आ रहे हैं. मुनस्यारी महोत्सव समिति ने शनिवार देर शाम सीएचसी मुनस्यारी में घायल महिला के परिजनों को 51 सौ रुपये की सहायता राशि दी है.

मौसम के चलते नहीं जा सका हेलीकॉप्टर: प्रशासन

अपर जिलाधिकारी आरडी पालीवाल के अनुसार घायल महिला के रेसक्यू के लिए जिलाधिकारी के दिशा निर्देश के अनुरूप हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर ली गई थी. घायल के एयरलिफ्ट के लिए गांव में अस्थायी हेलीपैड भी तैयार किया गया, लेकिन मौसम खराब होने से हेलीकॉप्टर दूरस्थ लास्पा क्षेत्र नहीं जा सका. ऐसे में आईटीबीपी की मदद का फैसला लिया गया.