ग्रामीणों को कृषि उपकरण व धूम्र रहित चूल्हा देने में खर्च हो सकेगा कैंपा (CAMPA)फंड, स्याहीदेवी विकास समिति ने किया स्वागत

CAMPA

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(CAMPA) fund will be spent in providing agricultural equipment and smokeless chulha to villagers; Inkdevi Development Committee welcomed

अल्मोड़ा,03अगस्त 2020- वन विभाग को मिलने वाले कैंपा (CAMPA)फंड का इस्तेमाल अब ग्रामीणों को लोहे के हल, धूम्र रहित चूल्हा, सोलर उपकरण आदि देने पर भी होगा.

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कृषि उपकरण

सरकार की मंशा के तहत जंगलों पर ग्रामीणों की निर्भरता कम करने की सोच के तहत यह निर्णय लिया गया है, मुख्यमंत्री ने ऐसे दिशा निर्देश दिए है. सरकार के इस निर्णय पर स्याहीदेवी विकास समिति, शीतलाखेत ने प्रसन्नता व्यक्त की है.CAMPA

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कृषि उपकरण जो वृक्ष की शाखा से बनते हैं

कैंपा यानि CAMPA (Compensatory Afforestation management and planning agency) सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कार्य करने वाली संस्था है जो विभिन्न विकास कार्यों के लिए वन भूमि का उपयोग होने पर मिलने वाली धनराशि के उपयोग पर निगरानी रखती है.

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वीएल स्याही लौह हल

उत्तराखंड राज्य को कैंपा(CAMPA) फंड के तहत हर साल भारी भरकम धनराशि प्राप्त होती है जिसका उपयोग मुख्य रूप से क्षतिपूरक वृक्षारोपण में किया जाता रहा है. मगर इस प्रकार किये जा रहे वृक्षारोपण के अच्छे परिणाम नहीं मिल रहे हैं. दूसरी ओर विकल्पहीन ग्रामीणों द्वारा हल,नहेड़, दनेला, जुआ आदि कृषि उपकरणों तथा जलौनी लकडी़ के लिए जंगलों विशेषकर बांज आदि चौडी़ पत्ती प्रजाति पेड़ोंका अनियंत्रित और अवैज्ञानिक दोहन किया जा रहा है जिससे जल स्रोतों,जैव विविधता और पर्यावरण को अपूरणीय क्षति हो रही है.

स्याहीदेवी विकास समिति द्वारा पिछले दो दशकों से ग्रामीणों को उचित विकल्प देकर जंगलों पर ग्रामीणों की निर्भरता कम कर सहायतित प्राकृतिक पुनरोत्पादन पद्धति से जंगलों का संरक्षण और संवर्द्धन किये जाने की मांग की जाती रही है.


मुख्यमंत्री द्वारा कैंपा(CAMPA) फंड का इस्तेमाल ग्रामीणों को लौह हल ,धूम्र रहित चूल्हा, सोलर पैनल आदि दिये जाने संबंधी सुझाव को बेहद महत्वपूर्ण कदम बताते हुए स्याहीदेवी विकास समिति, शीतलाखेत द्वारा इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया है तथा मांग की गई है कि नदी पुनर्जीवन योजनाओं में भी लौह हल,धूम्र रहित चूल्हा, सौलर पैनल, वैकल्पिक ठंगरों आदि का वितरण कर ग्रामीणों की जंगलों पर निर्भरता कम कर जंगलों को नुकसान से बचाया जाए.

सरकार के सुझाव का स्वागत करने वालों में गिरीश चंद्र शर्मा, गजेंद्र कुमार पाठक, हरीश बिष्ट, गणेश पाठक, रमेश भंडारी, कैलाश नाथ, ललित बिष्ट, दिनेश पाठक, गोपाल सिंह, रवि परिहार, हरीश सिंह, महेंद्र नेगी आदि ने इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है.CAMPA

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