मुनस्यारी में 6 दिन में फिर बना तिब्बत सीमा को जोड़ने वाला पुल bridge

indo tibbat bridge reconstructed in 6 days पिथौरागढ़। मुनस्यारी-मिलम मार्ग पर धवस्त हुए तिब्बत सीमा को जोड़ने वाले पुल (bridge) के स्थान पर नया पुुुल…

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indo tibbat bridge reconstructed in 6 days

पिथौरागढ़। मुनस्यारी-मिलम मार्ग पर धवस्त हुए तिब्बत सीमा को जोड़ने वाले पुल (bridge) के स्थान पर नया पुुुल बना दिया गया है। नये वैली ब्रिज का निर्माण कर बीआरओ ने शनिवार को क्षेत्र में आवागमन बहाल कर दिया है। इससे सीमांत क्षेत्र में सुरक्षा बलों को रसद व अन्य सामान की आपूर्ति बहाल होने के साथ ही दर्जनों गांवों तक संपर्क बहाली की सुविधा फिर से उपलब्ध हो गई है।

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22 जून को सीमांत सेनारगाड़ में बीआरओ द्वारा बनाया गया पुल (bridge) तब ध्वस्त हो गया था, जब पोकलैंड मशीन लेकर एक ट्राला पुल को पार कर रहा था। हादसे में ट्राला चालक और पोकलैंड आपरेटर भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

मनाही के बावजूद अत्यधिक भार के साथ पुल (bridge) पार करने और उसे ध्वस्त करने के इस मामले में बीआरओ ने ट्राला मालिक सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं जिलाधिकारी डा. वीके जोगदंडे ने एसडीएम मुनस्यारी के नेतृत्व में एक तकनीकी जांच कमेटी गठित कर मामले में 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये हैं।

जिलाधिकारी ने बीआरओ, आईटीबीपी सहित लोनिवि व अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर पुलों के दोनों ओर डिस्प्ले बोर्ड लगाने, सुरक्षा कार्मिकों की तैनाती करने और अन्य सुरक्षात्मक ठोस कदम उठाने के भी निर्देश दिये हैं।

गौरतलब है कि पड़ोसी देशों चीन और नेपाल के साथ सीमा क्षेत्रों में चल रहे तनाव के बीच इस पुल के टूटने को गंभीर घटनाक्रम के तौर पर देखा जा रहा था। इधर छह दिन में बीआरओ के नया वैली ब्रिज बना लेने से मामले में कुछ राहत अवश्य मिलेगी। हालांकि अभी हादसे की तकनीकी जांच रिपोर्ट आनी बांंकी है।

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