अल्मोड़ा के पत्रकार अमित उप्रेती पर दर्ज मुकदमें (FIR)के खिलाफ मीडियाक​र्मियों में आक्रोश, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन, निष्पक्ष जाॅच की मांग

media persons against the FIR lodged against Almora journalist Amit Upreti, memorandum sent to Chief Minister, demand for fair inquiry अल्मोड़ा। जिले के एक इलेक्ट्राॅनिक…

media persons against the FIR lodged against Almora journalist Amit Upreti, memorandum sent to Chief Minister, demand for fair inquiry

अल्मोड़ा। जिले के एक इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के पत्रकार पर मुकदमा (FIR) दर्ज कराने के खिलाफ पत्रकार एकजुट होने लगे है। आज अल्मोड़ा में पत्रकारों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को इस बाबत ज्ञापन प्रेषित किया।

गौरतलब है कि अल्मोड़ा के तहसीलदार संजय कुमार द्वारा 29 मई 2020 को इलैक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार अमित उप्रेती के खिलाफ थाना कोतवाली अल्मोड़ा में एक शिकायत दर्ज (FIR) कराई गई थी। इसमें पत्रकार अमित उप्रेती पर बाहरी क्षेत्रों से आ रहे प्रवासियों को दी जा रही सुविधाओं पर भ्रामक खबर चलाने का आरोप लगाया गया था। तहसीलदार की शिकायत पर थाना अल्मोड़ा में आपदा अधि​नियम 2005 की धारा 54, तथा आईपीसी की धारा 505(1)बी के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया था।

इधर अल्मोड़ा में पत्रकारों ने जिला प्रशासन द्वारा प्रवासियों की खबर प्रसारित करने के बाद सीधे मुकदमा दर्ज करने पर पत्रकारों ने विरोध जताया है। इस मामले में पत्रकारों ने आज 4 जून 2020 को मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर निष्पक्ष जाॅच की मांग को लेकर ज्ञापन भेजा ।

ज्ञापन में कहा गया है कि इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के पत्रकार अमित उप्रेती पर दर्ज मुकदमें (FIR) तथ्यपरक नहीं है। ज्ञापन में पत्रकारों ने जिला प्रशासन पर महामारी के दौरान प्रदत्त प्रशासनिक शक्तियों के दुरूपयोग करने का आरोप भी लगाया है। ज्ञापन में पत्रकारों ने मीडिया कर्मियों को प्रताड़ित करने वाली कोशिशों पर रोक लगाने की भी मांग की।

ज्ञापन में कहा गया है कि तहसीलदार अल्मोड़ा द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमें में लगाई गई धाराओं का संबध न्यूज चैनल में प्रसा​रित समाचार से कतई नही है। और इस तरह की कार्यवाही कर सच्चाई को दबाने का प्रयास किया जा रहा है यह अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने का एक गैरकानूनी षडयंत्र है।

जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में पत्रकार दीप चंद्र जोशी, निर्मल उप्रेती, हरीश भंडारी, प्रकाश पांडे, अनिल सनवाल, ललित भट्ट, अशोक पांडे, राजेंद्र सिंह रावत, किशन जोशी, प्रमोद जोशी, हर्षवर्धन पाण्डेय, हरीश भंडारी, प्रमोद डालाकोटी,नसीम अहमद, एमडी खान, शिवेंद्र गोस्वामी, नवीन उपाध्याय समेत दो दर्जन से अधिक पत्रकारों के हस्ताक्षर है।

इधर नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने भी पत्रकार अमित उप्रेती पर दर्ज कराये गये मुकदमे (FIR) को उत्पीड़न की कार्यवाही बताते हुए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव, सूचना सचिव और पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन प्रेषित किया है।

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ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना संकटकाल में जहां चिकित्साकर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिस के साथ ही राज्यभर के मीडियाकर्मी प्रशासनिक सहयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है। लेकिन अल्मोड़ा जिले ​के विभिन्न क्षेत्रों से पत्रकारों को कवरेज करने से रोके जाने के साथ ही आपदा एक्ट की आड़ में पत्रकारों के अधिकारों का हनन कर झुठे मुकदमें (FIR) दर्ज किये जा रहे है।

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ज्ञापन में झूठे मामले बनाकर प्रेस की स्वतंत्रता के अ​धिकारों के कथित हनन और उत्पीड़न की घटना की निष्पक्ष जांच करवाकर पत्रकारों का उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की गई है।

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