अल्मोड़ा में शराब अनुज्ञापियों (Liquor licensees)ने दी 15 मई से दुकानों को बंद करने की चेतावनी

Liquor licensees

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शराब अनुज्ञापियों (Liquor licensees)ने पहले लाॅक डाउन, फिर अधिभार और समय सीमा कम करने का दिया हवाला

Liquor licensees

अल्मोड़ा: 13 मई 2020: लॉक डाउन के साइड इफेक्ट सरकारी नियंत्रण वाले मदिरा की दुकानों में भी दिखने लगे हैं।

अल्मोड़ा में आज मदिरा की दुकान संचालकों ने (अनुज्ञापियों)(Liquor licensees) ने लॉक डाउन में ढील के दौरान दिए नए नियमों, अधिभार और लॉक डाउन की अवधि में हुए नुकसान का हवाल देते हुए जल्द सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में 15 मई से दुकानों का संचालन बंद करने की चेतावनी दी है।

बुधवार को जिले के विभिन्न स्थानों से आए अनुज्ञापियों ने एडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। जिसमें कहा गया कि देशी/विदेशी मदिरा जनपद अल्मोड़ा की दुकानें दिनांक-28/02/2020 व 19/03/2020 को नवीनीकरण/लाॅटरी के माध्यम से आवंटित की गयी थी।


जिसमें अनुज्ञापियों द्वारा लाईसेंस फीस व नवीनीकरण/रिन्यूअल फीस जमा कर दी गई है, और प्रथम प्रतिभूति जमा कर दी गई है। लेकिन जो दुकानें अप्रैल माह में खोलनी थी वह 22 मार्च 2020 से लगातार कोविड-19 महामारी के चलते लाॅकडाउन होने के कारण लंबे समय तक बंद रही अब 4 मई को उन दुकानों को खोलने की अनुमति मिली है।

ज्ञापन में कहा गया कि कि कोविड-19 वायरस महामारी के डर के कारण जिले की सीमा को सील होना तथा जनता की आवाजाही बिल्कुल बंद हो जाने के कारण अथवा कम होने के कारण शराब की दुकानों पर बिक्री नहीं आ पा रहीं है।


साथ ही दुकानों के आवंटित करते समय दुकानों का समय प्रातः 10 बजे से रा़ित्र 10 बजे तक का था लेकिन अब उसका समय प्रातः 7 बजे से सांय 4 बजे तक का कर दिया गया हेै लेकिन इतना कम समय होने के कारण भी मदिरा बिक्री पर विपरित प्रभाव पड गया है।

ज्ञापन में अनुज्ञापियों द्वारा यह भी कहा गया कि दुकान आवंटित करते समय केाई भी अन्य टेक्स लगाने का प्राविधान नहीं बताया गया पंरतु उसके उपरांत अचानक से कोविड-19 वायरस महामारी टैक्स सेस लगाये जाने से हम अनुज्ञापियों पर लगाये जाने से भी बिक्री प्रभावित हो गई है।

कहा कि यहां कोटा सिस्टम होने के कारण उन्हें इससे नुकसान हो रहा है। और सभी अनुज्ञापी उक्त टैक्स अदा कर पाने में असमर्थ है।

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि 22 मार्च 2020 से लगातार लाॅकडाउन होने के कारण जिले में लोगों का आना जाना बंद होने के कारण जिले सभी लोगों का व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित है लोग बेरोजगार है जिस कारण लोगों के पास धन का संकट आ गया है।

और न तो टूरिस्ट आएगा और न ही शादी-व्याह, और न मंगल कार्य हो पाऐगें। जिस वक्त हमारे द्वारा दुकानें नवीनीकरण व लाॅटरी डाली गयी थी। उस वक्त देश में इस प्रकार की कोई महामारी नहीं थी, और न ऐसी कोई स्थिति बनी थी और इस कारण दुकानों में बिक्री पूर्ण रूप से 50 प्रतिशत कम हो चुकी है तथा दुकानों को सुचारू रूप से चलाने हेतु कोटा प्रणाली समाप्त करते हुए राजस्व हित में बिक्री के आधार पर अधिभार लिया जाए।

साथ ही सभी ने कहा कि वर्तमान में दुकानों को निर्धारित राजस्व में चला पाना सम्भव नहीं है। उक्त कारणों को देखते हुए दुकानों का कोटा प्रणाली पंजाब/उत्तर प्रदेश की तरह समाप्त करने की मांग करते हुए ऐसा नहीं होने पर आगामी 15 मई से सभी दुकानों का संचालन बंद करने की चेतावनी भी दी गई ।

यह पहला मौका है जब आबकारी विभाग के नियमों के तहत संचालित होने वाली मदिरा की दुकानों का संचालन बिक्री में गिरावट की बात कर बंद करने की बात कही जा रही है।

ज्ञापन देने वालों में गोधन सिंह,पान सिंह, दीवान सिंह,दीपा बिष्ट, प्रकाश सिंह,आनंद सिंह,जगदीश सिंह मेर,हयात सिंह, नवीन सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।