उत्तराखंड: रोडवेज बस चालक के साथ मारपीट, घर लौट रहे प्रवासियों (migrants) को बनाया बंधक

कोटद्वार, 03 मई 2020लॉक डाउन के चलते राज्य व राज्य के बाहर फंसे लोगों को सरकार ने घर भेजने की कवायद शुरू कर दी है.…

Lock Down 4.0

कोटद्वार, 03 मई 2020
लॉक डाउन के चलते राज्य व राज्य के बाहर फंसे लोगों को सरकार ने घर भेजने की कवायद शुरू कर दी है. पौड़ी के दुगड्डा जिले में कुछ दबंगों ने प्रवासियों (migrants) को ले जा रही परिवहन निगम के बस चालक के साथ मारपीट कर प्रवासियों को बंधक बना लिया. आरोप है कि दबंगों ने मौके पर पहुंचे पटवारी के साथ भी मारपीट कर दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

घटना बीती देर रात दुगड्डा ब्लॉक के पौखल बाजार की है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीते शनिवार की देर शाम 21 प्रवासियों (migrants) का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें परिवहन निगम की बस में कोटद्वार से यमकेश्वर के लिए रवाना किया गया. यह सभी प्रवासी यमकेश्वर-कोटद्वार मोटर मार्ग के अंतर्गत आने वाले विभिन्न गांवों के रहने वाले है.

रात करीब 9 बजे बस पोखल बाजार पहुंची जहां कुछ दबंगों ने बस को रोक दिया और बस के चालक के साथ मारपीट व गाली गलौच करने लगे. इस दौरान दबंगों ने बस में सवार प्रवासियों (migrants) को बंधक बना लिया.

मामले की सूचना प्रशासन तक पहुंची तो हड़कंप मच गया. जिसके बाद पटवारी शिवदत्त नौटियाल मौके पर घटना स्थल पहुंचे. आरोप है कि दबंगों ने पटवारी के साथ भी मारपीट कर दी.

सूचना पर नायब तहसीलदार राजेंद्र प्रसाद ममंगाई भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे. कुछ ही देर में रेगुलर पुलिस भी वहां पहुंच गई. जिसके बाद प्रवासियों (migrants) को मुक्त कराया गया. नायब तहसीलदार ने बताया कि मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.

ज्ञात हो कि केंद्र सरकार की ओर से लॉक डाउन बढ़ाने का फैसला किया गया है. लेकिन लॉक डाउन के तीसरे चरण में सरकार ने कई रियायतें दी है. गृह जनपद व राज्य से बाहर फंसे लोगों को भी स्वास्थ्य परीक्षण के बाद घर पहुंचाने के निर्देश दिए गए है.

केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश सरकार ने शनिवार से प्रवासियों को घर पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है. दूसरे जनपदों व राज्यों से घर लौटने वाले प्रवासियों से लोगों को कोरोना संक्रमण फैलने का डर सता रहा है. हालांकि सरकार व प्रशासन केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद ही उन्हें घर भेज रही है.