लॉक डाउन (Lock Down): अपनों से मिलने की चाह में 1600 ​किमी पैदल चला मजदूर, क्वारंटीन (Quarantine) में मौत

डेस्क, 28 अप्रैल 2020कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने देशव्यापी लॉक डाउन (Lock Down) घोषित किया है. इस बीच दो…

labour, प्रतीकात्मक तस्वीर

डेस्क, 28 अप्रैल 2020
कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने देशव्यापी लॉक डाउन (Lock Down) घोषित किया है. इस बीच दो रोजी—रोटी की तलाश में घर से हजारों किमी दूर रह रहे मजदूरों को सबसे अधि​क दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

लॉक डाउन (Lock Down) के दौरान मुंबई में फंसे उत्तरप्रदेश के श्रावस्ती (Shravasti) जनपद निवासी एक 35 वर्षीय मजदूर रास्ते में तमाम कठिनाईयों को झेलते हुए अपने गांव पहुंच गया, लेकिन नियति ने ऐसा खेल खेला कि वह घर पहुंचकर भी परिजनों से हमेशा के लिए दूर चले गया.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्रावस्ती जनपद के थाना मल्हीपुर के मठखनवा गांव निवासी एक मजदूर मुंबई में मजदूरी करता था. लॉक डाउन (Lock Down) में हो रही दिक्कतों के चलते करीब 12 दिन पहले वह मुंबई से पैदल ही अपने गांव को चल दिया. परिजनों से मिलने के जुनून में वह 1600 किमी की दूरी को पैदल लांघ बीते सोमवार को अपने गांव पहुंच गया.

प्रशासन ने एहतियातन उसे तुरंत क्वारंटीन (Quarantine) सेंटर में भर्ती ​कर दिया. जहां कुछ घंटे बाद उसकी मौत (Death) हो गई.

बताया जा रहा है कि यह मजदूर 24 अप्रैल को अपने जिले श्रावस्ती पहुंच गया था लेकिन वह अपने गांव से करीब 10 किमी दूर अपने ससुराल में रूक गया था. बीते सोमवार को वह अपने गांव पहुंचा था.

श्रावस्ती (Shravasti) के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार (Anoop kumar) सिंह ने बताया कि मजदूर सुबह 7 बजे के करीब मटखनवा पहुंचा. 5 घंटे के बाद उन्हें पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द की शिकायत शुरू हुई और तीन बार उल्टी भी हुई. इससे पहले कि डॉक्टरों को बुलाया जाता उसकी मौत (Death) हो गई.

फिलहाल मजदूर के कोरोना सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए है. चिकित्सकों ने कहा कि पोस्टमार्टम व ​सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण मालूम चल सकेंगे. मजदूर अपने पीछे पत्नी और एक 6 साल का बेटे को छोड़ गया है. ​परिजनों का रो—रोक कर बुरा हाल है.