कोरोना(corona) के बीच शादी का हसीन सपना

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कोरोना(corona) महामारी के इस आपातकाल में भी कुछ सपने चढ़ रहे परवान तो कई सपने साबित हो रहे हैं अधूरे

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पिथौरागढ़ सहयोगी। कोरोना (corona)संकट के इस दौर में लोग कई ऐसी चीजें देख रहे हैं, जिसकी उन्होंने कभी शायद कल्पना भी नहीं की थी।

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चाहे खुशियों के अवसर हों या कुछ और, हर चीज पर कोरोना संक्रमण के खतरे का असर है। शादी-ब्याह, प्रेम, नाते-रिश्तेदारी, पढ़ाई-लिखाई, रोजगार, भविष्य सब कुछ पर कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा है।

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लेकिन इस सबके बावजूद पहले की तरह मनपसंद अंदाज में न सही, लोग अपनी खुशियों को संवार रहे हैं और अपने सपने पूरे कर रहे हैं।

ऐसे ही एक हसीन सपने का नाम है शादी, जिसे अनेक लोग इस विकट समय के बावजूद पूरा कर रहे हैं, और कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन विपरीत परिस्थितियों के चलते शादी की तय तिथि को स्थगित कर रहे हैं। ऐसे में नये तौर-तरीके, नये अंदाज दिखने भी स्वाभाविक हैं।

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जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ से लगभग सटा हुआ गांव है टकाड़ी। इसी गांव के दिसर में रहने वाले लगभग 27 वर्षीय सुदीप चंद सोमवार 20 अप्रैल को अलग-अलग मोटरसाइकिल में चार-पांच लोगों के साथ शादी के लिए दुल्हन के घर पहुंचे और रात करीब 11 बजे अपनी दुल्हन को लेकर पैदल घर लौटे।

पिथौरागढ़ के अस्कोट ट्रेजरी में उप कोषाधिकारी कैलाश चंद और गृहणी मां लीला चंद के पुत्र सुदीप की शादी इसी साल मार्च में पिथौरागढ़ नगर के एंचोली क्षेत्र में बिसा निवासी रश्मि चंद से होनी तय हो गई थी।

वधु पक्ष अध्यापिका पुष्पा चंद और भूतपूर्व सैनिक रमेश चंद तथा वर पक्ष ने शादी धूमधाम से ही करने की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना(corona) संकट आने से लाकडाउन हो गया और समारोह पूर्वक शादी की योजना रद्द करनी पड़ी। सुदीप कहते हैं कि शादी के दिन को लेकर उन्होंने भी सपने संजो रखे थे, मगर क्या करें परिस्थितियां ही ऐसी आ गईं।

बहरहाल दोनों परिवारों ने शादी को टालना उचित नहीं समझा और 20 अप्रैल की शाम करीब साढ़े चार बजे दूल्हा सुदीप अकेले अपनी बुलेट मोटरसाइकिल में तथा साथ में उनके पिता, ताऊजी और अन्य लोग अलग-अलग मोटरसाइकिलों से होने वाली दुल्हन के घर पहुंचे। सुदीप के अनुसार वहां पहुंचते ही शादी की रश्में शुरू कर दी गईं।

इस अवसर पर दूल्हा-दुल्हन सहित मौजूद सभी लोगों ने मास्क पहनने के साथ ही अन्य दिशानिर्देशों का पालन किया। मास्क पहनकर ही दूल्हा-दूल्हन ने वरमाला और सात फेरे संपन्न किये।

इस बीच बारिश हुई तो समस्या आई कि कच्चे-ऊबड़खाबड़ रास्ते और ठंड के बीच बुलेट में दुल्हन को घर ले जाना ठीक नहीं है। क्यों कि बारिश की वजह से घर तक का आधा रास्ता फिसलन भरा होना निश्चित है।

ऐसे में सुदीप और परिजन दुल्हन के साथ आधा-पौन घंटे का रास्ता पैदल तय कर रात करीब 11 बजे सकुशल घर पहुंचे। और इस तरह बैंड-बाजा और बारातियों की भीड़ के बिना भी विवाह राजी-खुशी संपन्न हुआ। सुदीप अगले दिन की रस्म निभाने के लिए दुल्हन के साथ बाइक से ससुराल गए।

दूसरी तरफ मूल रूप से जिला अस्पताल पिथौरागढ़ में तैनात योगेश पंत की वर्तमान में सीएमओ कार्यालय में बने कोविड-19 वार रुम में ड्यूटी लगी है।

विगत 6 माह पहले योगेश की शादी आगामी 10 मई को होनी निश्चित हो गई थी, परंतु इस बीच कोरोना वायरस महामारी के कारण सारी चीजें अस्त—व्यस्त होने से उन्होंने अपनी शादी आगे के लिए स्थगित कर दी हैं।

योगेश कहते हैं कि कोरोना को लेकर आगे क्या हालात रहते हैं कहा नहीं जा सकता। महामारी के खिलाफ लड़ने में उन्हें ड्यूटी भी निभानी होगी।

ऐसे में उन्होंने और परिजनों ने शादी की तिथि आगे बढ़ाना ही बेहतर समझा। उन्होंने कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर लोगों से सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

इसके अलावा अनेक ऐसे पूर्व निर्धारित शादी-समारोह हैं जो स्थगित किये जा चुके हैं।

एंचोली स्थित शुभकामना बैंक्वेट हाँल के संचालक के अनुसार 15 मई तक के लिए बुक किये गए अनेक शादी समारोह स्थगित कर दिये गए हैं। हालात सुधरे तो उसके बाद के कुछ समारोह होने की उम्मीद है।