सोशल मीडिया(social media) से उठाई गई समस्याओं को दूर कर रही अल्मोड़ा पुलिस, हल्दवानी से दवा मंगाकर भेजी सल्ट

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अल्मोड़ा:09अप्रैल— सोशल मीडिया (social media) केवल संवाद का माध्यम ही नहीं है।

इससे आकस्मिक स्थितियों में मदद का माध्यम भी बनाया जा सकता है। यह बात अल्मोड़ा पुलिस ने सिद्ध कर दी है।

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अल्मोड़ा पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्वीटर पर आई समस्याओं को उनकी प्राथमिकता के अनुसार हल करने का प्रयास किया है। इसमें एक व्यक्ति की ​दवा को हल्दवानी से मंगाकर सल्ट भेजा गया तो एक व्यक्ति को घर पर ही आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया।

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पुलिस की इस भूमिका की लोग अब सराहना कर रहे है। घटनाक्रम के अनुसार सल्ट के मनोज सतपोली ने अल्मोड़ा पुलिस नाम के ट्वीटर हैंडल पर अपनी समस्या लिखी थी कि उनके पिता सल्ट में फंस गए हैं उनका उपचार दिल्ली से चलता है और दवा खत्म हो जाने के कारण वह काफी चिंतित हैं क्या उनकी मदद हो सकती है।

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ट्वीट आते ही खुद पुलिस ने पहल कर पूरी जानकारी ली और दवा की पर्ची मंगाकर हल्दवानी से दवा अल्मोड़ा मंगाकर अल्मोड़ा मुख्यालय लाए और यहां से उसे अपने डाक ड्यूटी वाहन के माध्यम से सल्ट पहुंचाया।

एसएसपी पी नारायण मीणा ने कहा कि पुलिस इस प्रकार की जरूरी सहायता को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के आक्सीजन सिलेंडर की जरूरत की समस्या का भी हल किया गया है।

उन्होंने कहा कि पुलिस जरूरतमंदों की मदद को हर समय तैयार है। और सोशल मीडिया की लगातार मॉनीटेरिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि लोग सोशलमीडिया का सदुपयोग करें यह ध्यान रखें कि इससे स्थिति को पैनिक बनाने या अफवाहों को शेयर करने की कोशिश कतई ना करें इस ओर भी पुलिस का पूरा ध्यान है।

समस्याओं के क्रम में बताते चलें कि मोहित टम्टा नाम के यूजर ने भी अपने पिता की डायविटीज की दवा खत्म होने की सूचना अल्मोड़ा पुलिस ट्वीटर हैंडल के माध्यम से दी है। मालूम हो कि लॉक डाउन के 15 दिन पूरे हो गए है।

जनजीवन ठहर सा गया है। केवल जरूरी वस्तुओं की दुकाने खुली है। लेकिन जिनकी दवाईयां बाहर से चलती है। या उपचार अन्य महानगरों में चल रहा है उन्हें काफी दिक्कतें आ रही है। ऐसे में पुलिस का यह सहयोग रचनात्मक सहयोग बनकर सामने आ रहा है।