इस अमेरिकी साइंटिस्ट का दावा तैयार कर ली गई है कोरोना वायरस (covid-19)की दवा

मीडिया संस्थान डेली मेल की खबर के अनुसार कैलिफोर्निया में रहने वाले फिजिशियन और डिस्ट्रीब्यूटेड बायो के सीईओ डॉ. जैकब ग्लानविले ने इसे खुशी की खबर बताते हुए कहा कि इसका(दवा का) इंजीनियरिंग का काम पूरा कर लिया गया है.

corona positive

अल्मोड़ा:01अप्रैल— एक डाकूमेंट्री फिल्म से चर्चा में आए अमेरिकी साइंसटिस्ट ने कहा कि उनकी टीम ने कोरोना वायरस(covid-19) का उपचार ढूंढ लिया है।

डा. जैकब ग्लानविले नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री पैन्डेमिक से चर्चा में आए थे अब उनका दावा है कि सार्स पैदा करने वाले वायरस के खिलाफ इस्तेमाल किए गए कई एंटीबॉडीज के इस्तेमाल से ही उन्होंने ये सफलता हासिल की है.

यदि इसका मानवीय परीक्षण सफल रहा है इसे अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। मीडिया संस्थान डेली मेल की खबर के अनुसार कैलिफोर्निया में रहने वाले फिजिशियन और डिस्ट्रीब्यूटेड बायो के सीईओ डॉ. जैकब ग्लानविले ने इसे खुशी की खबर बताते हुए कहा कि इसका(दवा का) इंजीनियरिंग का काम पूरा कर लिया गया है.

अब हमारे पास एक प्रभावशाली एंटीबॉडीज है जो कोरोना के खिलाफ काम कर सकता है.मीडिया संस्थान रेडियो न्यूजीलैंड से बात करते हुए साइंटिस्ट ने कहा कि उनकी टीम ने सार्स के खिलाफ 2002 में इस्तेमाल किए गए 5 एंटीबॉडीज का इस्तेमाल किया है.

इन्हीं एंटीबॉडिज के जरिए उन्होंने कोरोना वायरस (COVID-19) का इलाज तलाशने की कोशिश की गई है क्योकिं सार्स और कोविड नाइनटीन एक ही परिवार के वायरस हैं.अमेरिकी साइंटिस्ट ने कहा कि अब तक वे एंटीबॉडीज के लाखों वर्जन तैयार कर चुके हैं. इन्हें म्यूटेट भी किया गया है.

नए एंटीबॉडीज के इंसानों पर परीक्षण होने के बाद इसका इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ किया जा सकेगा यदि परीक्षण सफल रहा तो इसे सरकारी एजेंसी के पास भेजा जाएगा।

कहा जा रहा है कि यह दवा एंटीबॉडीज एस-प्रोटीन्स को बाइन्ड करते हैं जिसके जरिए कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश करता है.अगर इस एंटीबॉडी का परीक्षण सफल होता है तो शॉर्ट टर्म के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

असल वैक्सीन लोगों की आजीवन रक्षा करती है, लेकिन शॉर्ट टर्म वैक्सीन 10 साल तक सुरक्षा दे सकती है. बताते चले कि कोरोना वायरस का संक्रमण एक महामारी बनकर उभर रहा है पूरा विश्व इससे परेशान है और मानवता खतरे में है।