ग्राम पंचायतों की एसआईटी जांच पर बिफरे ग्राम प्रधान, दी आत्मदाह की चेतावनी

अल्मोड़ा। हवालबाग विकासखंड की बीडीसी बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामपंचायतों की एसआईटी जांच को लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की। ग्राम प्रधानों ने कहा कि…

अल्मोड़ा। हवालबाग विकासखंड की बीडीसी बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामपंचायतों की एसआईटी जांच को लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की। ग्राम प्रधानों ने कहा कि इस प्रकार के किसी भी कृत्य का पुरजोर विरोध किया जाएगा। प्रधानों ने जहां इस जांच को उत्पीड़न का जरिया बताया वहीं प्रधान संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री व जिलाध्यक्ष देवेन्द्र नयाल ने इस निर्णय को तत्काल वापस नहीं लिए जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दे डाली| यह एलान उन्होंने सदन के भीतर दिया| 
बैठक में प्रधानों ने एसआईटी जांच का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि जानबूझ कर एसआईटी के बहाने ग्राम पंचायतों पर निशाना साधा जा रहा है। बैठक में मनरेगा को लेकर भी प्रधानों ने अपनी शंका जाहिर की। ग्राम प्रधान संजय बिष्ट ने कहा कि गांव की मूलभूत जरूरतों के लिए कई प्रावधानों के बाद मनरेगा के प्रस्ताव पास किए जाते हैं।

लेकिन कोसी बचाओ अभियान में अचानक गांवों को जिम्मेदारी दी गई इसी तरह सरकार को सड़क, पानी सहित अन्य कार्यों के लिए भी छूट देनी चाहिए ताकि मनरेगा से वह त्वरित कार्य कर सकें। उन्होंने बताया कि सदन में एसआईटी जांच की पुरजोर खिलाफत की गई और प्रधानों ने एक स्वर में 28 अगस्त से विकासखंड मुख्यालयों में तालाबंदी की चेतावनी देते हुए ज्ञापन भी दिया गया।


ब्लॉक प्रमुख सूरज सिराड़ी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित ने ग्राम पंचायतों की ओर से आने वाली शिकायतों का त्वरित निदान करना होगा। बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए नरेश कुमार,एडीपीआरओ हरीश आर्या, पूर्ति विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष देवेन्द्र नयाल,हरीश कनवाल, रमेश सिंह, अर्जुन मेहता, कमला बिष्ट, संजय बिष्ट, कमला देवी, नवीन बिष्ट, आनंद बिष्ट, चंदन सिंह रौतेला, ज्येष्ठ उपप्रमुख महेश चंद्र, कनिष्ठ उपप्रमुख चंदन लाल, सहायक विकास अधिकारी गोपाल सिंह अधिकारी आदि मौजूद रहे। संचालन खंड विकास अधिकारी पंकज कांडपाल ने किया। इधर अध्यक्ष देवेंद्र नयाल ने बताया कि 28 को प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में भविष्य के निर्णय लिए जाएंगे| उन्होंने कहा कि उसाटा या एसआइटी जांच उत्पीड़न का जरिया है इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा