पिथौरागढ़ उपचुनाव— चुनाव लड़ने से मयूख ने फिर की ना, हाइकमान ने गेंद डाली मयूख के पाले में

Pithoragarh by-election- Mayukh refuses to contest elections; Haikman puts ball into Mayukh’s court

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प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा की मौजूदगी में प्रत्याशी चयन को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में नहीं हो पाया निर्णय

उत्तरा न्यूज सहयोगी पिथौरागढ़। पार्टी की तरफ से पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी की तलाश में जद्दोजहद कर रही कांग्रेस, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश की मौजूदगी में भी देर शाम तक नाम तय नहीं कर पाई। बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से यही आम राय आई कि पूर्व विधायक मयूख महर की सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं।

हालांकि बैठक को संबोधित करते हुए मयूख अपने पुराने रुख पर ही कायम नजर आए, और बैठक के अंत में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आम कार्यकर्ताओें की राय को तरजीह देते हुए मयूख महर से चुनाव लड़ने की गुजारिश की और कहा कि हम रात में फिर बैठेंगे और मयूख महर ने उसमें भी ना कही तो हम अन्य प्रत्याशी पर निर्णय करेंगे।

उपचुनाव के लिए बीजेपी जहां तीन दिन पूर्व चंद्रा पंत के रूप में अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है वहीं कांग्रेस के लिए यह अभी भी माथापच्ची का विषय बना हुआ है। कांग्रेस के सामने यह स्थिति इसलिए आई है कि पिथौरागढ़ में उसके कद्दावर नेता और पूर्व विधायक मयूख महर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया।

बहरहाल सोमवार शाम कांग्रेस कार्यालय के नजदीक एक बारात घर में पार्टी प्रत्याशी के चयन को लेकर प्रदेश नेतृत्व की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, मयूख महर, पूर्व सांसद महेंद्र सिंह माहरा, जिलाध्यक्ष त्रिलोक सिंह महर, वरिष्ठ नेता रमेश पुनेड़ा व पूर्व पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती सहित अनेक वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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बैठक की शुरूआत में ही बोलने के लिए बुलाये गए मयूख महर ने फिर से अपने स्वास्थ्य कारणों आदि का हवाला देते हुए खुद के चुनाव मैदान में उतरने से मना कर दिया। हालांकि इसके बाद जिला स्तर पर वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा रखी गई अपनी बात में अमूमन सबकी यही राय आयी कि मयूख महर को चुनाव लड़ना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ने अपनी बात रखते हुए पहले इसी बात का समर्थन किया कि मयूख महर को ही मोर्चा संभालने की जरूरत है, लेकिन यदि वह किन्ही कारणवश अपने को चुनाव लड़ने में असमर्थ पाते हैं तो पार्टी दूसरे प्रत्याशी पर निर्णय करेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रत्याशी का चयन करने के लिए देखना पड़ेगा कि वह चुनाव जीतने की स्थिति में है या नहीं। उसकी राजनीतिक रूप से सक्रियता, प्रतिद्वंद्वी से मुकाबला करने की स्थिति आदि का आकलन करना पड़ेगा। और पार्टी इस लिहाज से मजबूत प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी।

तमाम वरिष्ठ नेताओं-कार्यकर्ताओं ने मयूख के नाम पर ही सहमति जताते हुए उनसे आगे आने की अपील की। आखिरकार आम कार्यककर्ताओं व मीडिया के बीच प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने गेंद मयूख महर के पाले में ही गेंद डाल दी और कहा कि सभी कार्यकर्ता व नेता उनके नाम पर सहमत हैं, यदि फिर भी वह इन्कार करते हैं तो आज दोबारा बैठक कर नये नाम पर निर्णय करेंगे।

बैठक में पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश पंत, विण ब्लाॅक की पूर्व अध्यक्ष अंजू लुंठी, भुवन पांडे, मनोज ओझा, सभासद हेमा साही, युवा नेता दिनेश तिवारी सहित अनेक वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।